अलवर मॉब लिचिंग: हमलावर कह रहे थे ‘हम विधायक के लोग’

अलवर मॉब लिचिंग: हमलावर कह रहे थे ‘हम विधायक के लोग’

नई दिल्ली। अलवर मॉब लिचिंग मामले में मृतक रकबर के साथी ने खुलासा किया है कि रकबर से मारपीट करने वाले लोग कह रहे थे कि हम विधायक के लोग हैं, हमारा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता।

इससे पहले अलवर के बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा ने अलवर मॉब लिचिंग को लेकर गौरक्षको का बचाव करते हुए कहा था कि रकबर की मौत गौरक्षको की मारपीट से नहीं बल्कि पुलिस की मारपीट से हुई है।

हालांकि, बीजेपी विधायक ज्ञानदेव आहूजा खुद भी कबूल चुके हैं कि गौरक्षको ने रकबर की पिटाई की थी। उन्होंने कहा था कि हमारे कार्यकर्ताओं ने रकबर की थोड़ी-बहुत पिटाई की थी, उसके बाद पुलिस ने भी उसकी पिटाई की। ज्ञानदेव आहूजा वही विधायक हैं जिन्होंने 2017 में पहलू खान की हत्या के बाद कहा था कि जो गो-तस्करी करेगा, वो मरेगा।

पुलिस की लापरवाही आई सामने:

पुलिस पर रकबर खान को देरी से अस्पताल ले जाने के भी आरोप लगे हैं, जिनकी जांच की जा रही है। प्राथमिक जांच में पुलिस की लापरवाही सामने आई है, जिसके बाद 4 पुलिसकर्मियों के खिलाफ एक्शन लिया गया है। रामगढ़ थाना इंचार्ज इंस्पेक्टर सुभाष सुभाष शर्मा को सस्पेंड कर दिया गया है, जबकि एएसआई मोहन चौधरी समेत 3 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है।

पुलिस लापरवाही का खुलासा होने के बाद मेव समाज के लोगों ने इस मामले में एसआईटी जांच की मांग की है। वहीँ मृतक रकबर के परिजन लगातार न्याय मिलने की गुहार लगा रहे हैं। मृतक रकबर के भाई ने मीडिया से कहा कि उन्हें पुलिस पर कोई शक नहीं है लेकिन उन्हें न्याय मिलना चाहिए।

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TeamDigital