zee के चेयरमैन सुभाष चंद्रा बोले NDTV पर एक दिन का नही आजीवन बैन लगाओ
नई दिल्ली । ज़ी मीडिया के चेयरमैन सुभाष चंद्रा ने पठानकोट कवरेज के लिए सरकार द्वारा NDTV पर लगाए गए एक दिन के बैन को सही ठहराया है । चंद्रा ने सारी हदें पार करते हुए यह भी कहा कि NDTV पर एक दिन का नहीं बल्कि आजीवन प्रतिबंध लगना चाहिए था । बता दें कि सुभाष चंद्रा जिस मीडिया नेटवर्क के चेयरमैन है उसी नेटवर्क के ज़ी न्यूज़ पर जेएनयू मामले में फ़र्ज़ी वीडियो फुटेज दिखाने के आरोप भी लग चुके हैं ।
चंद्रा ने ने ट्वीट में लिखा, ”देश की सुरक्षा में दो मत नहीं हो सकते। सरकार द्वारा NDTV इंडिया पर एक दिवसीय प्रतिबन्ध को मैं बिलकुल सही मानता हूँ!” उन्होंने लिखा, ”UPA काल में Zee पर प्रतिबन्ध की बात चली थी तब NDTV, बाकि तथाकथित बुद्धिजीवीयों ने मौन धारण करा था, Editors Guild भी चुप्पी साधे हुआ था। पर आज गलत को गलत कहने पर, कुछ लोग आपातकाल कह रहे है! क्या देश की सुरक्षा का कोई भी महत्त्व नहीं?”
NDTV पर 1 दिवसीय प्रतिबन्ध नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है! देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए उन पर आजीवन प्रतिबन्ध लगाना चाहिए था (1/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
उन्होंने लिखा, ”NDTV पर 1 दिवसीय प्रतिबन्ध नाइंसाफी है, यह सजा बहुत कम है! देश की सुरक्षा से खिलवाड़ के लिए उन पर आजीवन प्रतिबन्ध लगाना चाहिए था। मेरा तो यह भी विश्वास है की अगर NDTV न्यायालय में जाए तो उसे वहां से भी फटकार ही मिलेगी।”
मेरा तो यह भी विश्वास है की अगर NDTV न्यायालय में जाए तो उसे वहां से भी फटकार ही मिलेगी (2/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
गौरतलब कि सूचना प्रसारण मंत्रालय के पैनल ने पठानकोट हमले की कवरेज के चलते NDTV इंडिया पर एक दिन के लिए नौ नवंबर को बैन लगाया है। सरकार के इस कदम की काफी आलोचना हो रही है। कई लोग इसे आपातकाल बता रहे हैं। चैनल का कहना है कि उसकी कवरेज सबसे संतुलित थी।
UPA काल में Zee पर प्रतिबन्ध की बात चली थी तब NDTV, बाकि तथाकथित बुद्धिजीवीयों ने मौन धारण करा था, Editors Guild भी चुप्पी साधे हुआ था (3/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
सोशल मीडिया पर सरकार के फैसले का कड़ा विरोध देखने को मिल रहा है । सोशल मीडिया यूजर्स एनडीटीवी पर एक दिन के बैन के सरकार के आदेश को प्रेस की स्वतंत्रता पर हमला बता रहे हैं ।
पर आज गलत को गलत कहने पर, कुछ लोग आपातकाल कह रहे है! क्या देश की सुरक्षा का कोई भी महत्त्व नहीं? (4/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016
वहीँ एनडीटीवी के समर्थन में कई न्यूज़ पोर्टल ने 9 नवम्बर के दिन ब्लेक आउट करने का एलान किया हैं । इन न्यूज़ पोर्टल में लोकभारत, जनता का रिपोर्टर, हेडलाइन 24, तीसरी जंग, वॉइस ऑफ़ इंडिया 24, राष्ट्रधारा, इंडियन जंग तथा वर्ल्ड हिंदी शामिल हैं ।
देश की सुरक्षा में दो मत नहीं हो सकते। सरकार द्वारा NDTV इंडिया पर एक दिवसीय प्रतिबन्ध को मैं बिलकुल सही मानता हूँ! (5/5)
— Subhash Chandra (@subhashchandra) November 6, 2016