बिहार में चुनाव से पहले यशवंत सिन्हा भी मैदान में, तीसरे मोर्चे का किया एलान
पटना ब्यूरो। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा भी मैदान में उतर आये हैं। सिन्हा ने तीसरे मोर्चे का एलान कर बीजेपी और विपक्षी दलों के महागठबंधन को चुनौती दी है।
आज एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए पूर्व बीजेपी नेता यशवंत सिन्हा ने कहा कि बिहार की बदहाल स्थिति को देखते हुए, उन्होंने तीसरे मोर्चे के गठनका फैसला लिया है। यह मोर्चा प्रदेश में एनडीए और महागठबंधन का विकल्प बनेगा।
हालांकि सिन्हा ने अभी इस बात का खुलासा नहीं किया कि उनके तीसरे मोर्चे में कौन कौन से दल शामिल होंगे और यह तीसरा मोर्चा सिर्फ बिहार तक ही सीमट रहेगा या राष्ट्रीय स्तर पर इसे विकल्प बनाया जाएगा।
यशवंत सिन्हा ने एलान किया कि उनका तीसरा मोर्चा बिहार विधानसभा में अपने उम्मीदवार खड़े करेगा। सिन्हा ने कहा कि पिछले काफी समय से वे अपने कुछ साथी नेताओं व बुद्धिजीवियों के साथ मिलकर बिहार के लिए विकल्प तैयार करने को लेकर बातचीत कर रहे थे। उन्होंने यह किया कि हम बिहार के विकास व उसके गौरव के लिए आगे आयेंगे।
उन्होंने थर्ड फ्रंट की बात पर आपत्ति जताते हुए कहा कि यह भविष्य तय करेगा कि हम तीसरे हैं, दूसरे हैं या पहले हैं। यशवंत सिन्हा स्वयं चुनाव लड़ेंगे या नहीं? इस सवाल के जबाव में उन्होंने कहा कि, ‘यह भविष्य तय करेगा. अभी इसपर कुछ भी नहीं कहा जा सकता. जैसी परिस्थिति होगी, उस हिसाब से तब इसपर विचार किया जाएगा।’
क्या कोरोना के नाम पर अपना धंधा चमकाना चाहते हैं बाबा रामदेव और पतंजलि ?
— Lokbharat (@lok_bharat) June 26, 2020
यशवंत सिन्हा ने कहा कि व्यक्तिगत तौर पर कई नेता हमारे साथ हैं। आज केवल चुनाव लडने की बात करूंगा। बहुत लोग हमसे संपर्क में हैं। दूसरे दलों के नेता भी हमसे जुड़ सकते हैं लेकिन यदि कोई शर्त लेकर आएगा तो उसपर विचार किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि हम आने वाले चुनाव में मिलकर लड़ेंगे। प्रदेश की हालत को बदलने व बेहतर बनाने में सरकार की भूमिका होती है। वर्तमान बदहाली के लिए सरकार जिम्मेदार है और हम मिलकर इसे हटायेंगे।