उद्धव बोले ‘फ़िलहाल नहीं चलेंगी ट्रेन लेकिन प्रवासी मजदूरों को घर भेजने का निकाल रहे रास्ता’
मुंबई। महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों को जल्द से जल्द वापस भेजे जाने के प्रयास हो रहे हैं। वीडियो कांफ्रेंसिंग के ज़रिये एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए ठाकरे ने कहा कि फिलहाल रेल सेवा शुरू नहीं होगी लेकिन प्रवासी मजदूरों को वापस भेजे जाने के लिए कई राज्यों से बात की जा रही है।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि ट्रेन खुली तो भीड़ होगी और अगर भीड़ हुई तो संक्रमण बढ़ने का और भी अंदेशा रहेगा इस वजह से लॉकडाउन को और भी बढ़ाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि कोटा में फंसे राज्य के छात्रों को भी सरकार वापस लाने के लिए बात कर रही है। उन्होंने कहा कि इस आपका की आशंका किसी को नहीं थी. उन्होंने कहा कि वे हिन्दू, मुस्लिम, क्रिश्चयन सभी धर्मों के लोगों को धन्यवाद देना चाहेंगे।
उद्धव ने कहा कि आजकल लोग बोल रहे हैं कि भगवान कहां है। मैं उन्हें बताना चाहता हूं कि इस समय हमारी सेवा कर रहे डॉक्टर, पुलिस, स्वास्थ्यकर्मियों में भगवान हैं। सीएम ने कहा कि इस वक्त हमारे भगवान डॉक्टर, पुलिस, नर्स और सफाई कर्मचारी ही हैं, उनका आदर करना ही असल पूजा है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री ने कहा, ‘आज अक्षय तृतीया है लेकिन कोई जश्न नहीं है। मैं इसके लिए सभी का आभारी हूं। मैं सभी से अपील करता हूं कि यह रमजान का महीना है लेकिन प्रार्थना के लिए कृपया बाहर न जाएं। उन्होंने कहा कि मैं सभी धर्मो के लोगों से अपील करता हूँ कि कोरोना से जंग में सहयोग करें।
महाराष्ट्र राज्य में कोरोना की स्थिति पर टिप्पणी करते हुए सीएम ने कहा कि लॉकडाउन की वजह से हम कोरोना का तेजी से संक्रमण रोकने में सफल रहे हैं। हमारे यहां 80 प्रतिशत ऐसे रोगी हैं स्पर्शोन्मुख हैं। वहीं 20 प्रतिशत रोगियों में हल्के लक्षण, गंभीर या बहुत गंभीर लक्षण हैं। हमें यह देखना है कि इन लोगों को कैसे बचाया जा सकता है। जो लोग अपना परीक्षण नहीं करवा रहे हैं और छुपे हुए हैं उनसे मैं कहना चाहता हूं कि अगर आपके अंदर लक्षण हैं तो जाकर परीक्षण करवाइये।