महागठबंधन से हटे मुकेश सहनी, चिराग पासवान ने एनडीए में बढ़ाया सस्पेंस
पटना ब्यूरो। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन से विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) ने खुद को अलग कर लिया है। वीआईपी पार्टी के अध्यक्ष मुकेश सहनी का आरोप है कि उनके साथ धोखा हुआ है और उन्हें सम्मानजनक सीटें नहीं दी जा रहीं, इसलिए उनकी पार्टी ने महागठबंधन छोड़ने का फैसला किया है।
वहीँ सूत्रों की माने तो कल महागठबंधन के लिए सीटों के एलान से पहले वीआईपी पार्टी की तरफ से मुकेश सहनी ने उपमुख्यमंत्री पद की मांग रखी थी। जिसे राजद नेता तेजस्वी यादव ने ख़ारिज कर दिया था। सीटों के बंटवारे में तय हुआ था कि राजद अपने कोटे से वीआईपी पार्टी को सीटें देगी। इस पर भी मुकेश सहनी संतुष्ट नहीं थे। वे चाहते थे कि उन्हें कितनी सीटें मिलेंगी ये आज ही एलान होना चाहिए।
दूसरी तरफ एनडीए में चिराग पासवान के दांव से सस्पेंड बरकरार है। सीट बंटवारे को लेकर चिराग पासवान बीजेपी के अध्यक्ष जे पी नड्डा और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिल चुके हैं लेकिन इन अहम मुलाकातों के बावजूद एनडीए में सीटों के बंटवारे का मामला हल नहीं हो सका है।
कल लोकजनशक्ति पार्टी की बैठक में सीटों के बंटवारे को लेकर बातचीत होनी थी लेकिन अचानक ही केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की तबियत बिगड़ने की खबर आने के बाद चिराग पासवान को बैठक छोड़कर जाना पड़ा और पार्टी नेताओं के साथ सीटों के बंटवारे पर बात नहीं हो सकी।
वहीँ इस तरह की ख़बरें भी हैं कि लोकजनशक्ति पार्टी 27 सीटों पर तैयार हो गई है लेकिन उसने 17 सीटें अपनी पसंद की मांगी है, ये सीटें जदयू के खाते में गई हैं। फिलहाल एनडीए में लोकजनशक्ति पार्टी के मुद्दे पर सस्पेंस बरकरार है।
लोकजनशक्ति पार्टी को लेकर इस लिए भी कयास लगाए जा रहे हैं क्यों कि चिराग पासवान पहले 143 सीटों पर अपने उमीदवार की बात कह चुके हैं। उन्होंने जनता दल यूनाइटेड के खिलाफ अपने उम्मीदवार खड़े करने की बात थी।