मेरठ में ग्रामीणों ने बीजेपी उम्मीदवार को दौड़ाया, ज़बरदस्त विरोध के चलते वापस लौटे
मेरठ। उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में चुनाव आयोग ने भले ही रैलियों और रोड शो पर रोक लगा रखी है लेकिन प्रचार के लिए उम्मीदवार डोर टू डोर जा रहे हैं। ऐसे में मतदाताओं के पास एक मौका है कि वे अपने दरवाजे पर प्रचार के लिए आये उम्मीदवारों से सवाल जबाव कर सकें।
उत्तर प्रदेश के कई इलाको में एंटी इनकंबेंसी का असर देखा जा रहा है। कई विधानसभा क्षेत्रो में बीजेपी उम्मीदवारों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी हाल ही में जनता का विरोध झेल चुके हैं।
अब मेरठ में भी बीजेपी उम्मीदवार को जनता के गुस्से का शिकार होना पड़ा है। सोमवार को चुनाव प्रचार के लिए सिवालखास विधानसभा इलाके के छुर्र गांव पहुंचे बीजेपी उम्मीदवार चौधरी मनिंदरपाल सिंह को ग्रामीणों के ज़बरदस्त विरोध के बाद वापस लौटना पड़ा।
इस घटना को लेकर बीजेपी ने आरोप लगाया है कि ग्रामीणों ने बीजेपी उम्मीदवार की गाडी पर पथराव किया और इसे आग लगाने की कोशिश की। हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि बीजेपी उम्मीदवार चौधरी मनिंदरपाल सिंह का ज़बरदस्त विरोध किया गया और उनके खिलाफ नारेबाजी हुई। जिससे डरकर वे उलटे पैरो वापस भाग गए।
वहीँ बीजेपी उम्मीदवार चौधरी मनिंदरपाल सिंह के विरोध का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में गाँव के लोग बीजेपी के खिलाफ नारे लगाते हुए साफ़ दिख रहे हैं।
स्थानीय लोगों के मुताबिक, छुर्र गांव के लोगों ने किसान आंदोलन में बड़ी भूमिका निभाई थी। जाट बाहुल्य इस गाँव से 100 से अधिक लोग किसान आंदोलन में शामिल हुए थे।
वहीँ लोगों का कहना है कि उम्मीदवार का पार्टी के अंदर ही विरोध हो रहा है। बीजेपी ने जब उन्हें टिकट का ऐलान किया था तो मेरठ बीजेपी कार्यालय पर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने ही उनके खिलाफ प्रदर्शन किया था।
बीजेपी उम्मीदवार के समर्थको का दावा है कि गांव के लोगों द्वारा किये गए पथराव में चार गाड़ियों को नुकसान पहुंचा है। हालांकि अभी इस मामले में प्राथमिकी दर्ज होने कोई खबर नहीं है।