विकास दुबे का एनकाउंटर, पुलिस के दावे पर उठे सवाल

विकास दुबे का एनकाउंटर, पुलिस के दावे पर उठे सवाल

नई दिल्ली। कल उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किये गए कुख्यात 5 लाख के इनामी विकास दुबे को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया है। पुलिस का कहना है कि एसटीएफ गाड़ी उसे कानपुर ला रही ला रही थी। इस दौरान गाड़ी पलट गई। उसने हथियार छीकर भागने की कोशिश की।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक उत्तर प्रदेश के एडीजी (कानून व्यवस्था) ने बताया कि विकास दुबे जब आ रहा था, तब गाड़ी पलट गई उसके बाद उसने पुलिस का हथियार छीनने की कोशिश की और भागा। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में फायरिंग की, वो घायल हुआ और अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित किया गया। इसको लेकर अधिकारिक बयान जारी किया जाएगा।

वहीँ कानपुर के IG मोहित अग्रवाल के मुताबि​क, कानपुर मुठभेड़ के मुख्य आरोपी विकास दुबे के साथ हुई मुठभेड़ में घायल हुए पुलिस​कर्मियों को लाला लाजपत राय अस्पताल लाया गया। इस मुठभेड़ में 4 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं।

लाला लाजपत राय अस्पताल के प्रिंसिपल डॉ.आरबी कमल के मुताबिक ‘विकास दुबे को यहां मृत लाया गया था, उसको 4 गोली लगी थी। 3 गोली सीने में लगी थी और एक हाथ में लगी।’

इससे पहले गुरूवार को विकास दुबे को बड़े ही नाटकीय ढंग से मध्य प्रदेश के उज्जैन में महाकाल के मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। गौरतलब है कि कानपुर के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव में पिछले सप्ताह गुरुवार रात को पुलिस टीम पर हुए हमले में सीओ सहित 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।

पुलिस की थ्योरी पर उठे सवाल:

विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर पुलिस द्वारा बताई जा रही थ्योरी कई लोगों के गले नहीं उतर रही है। कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा कि ‘पिछले 4 दिन में UP पुलिस ने 3 एनकाउंटर किए हैं, तीनों एनकाउंटर का घटनाक्रम एक जैसा है। मुझे तो इसकी आशंक पहले से ही थी क्योंकि इसके पास जो राज थे कि कौन सी राजनीतिक ​हस्तियां इससे जुड़ी थी, कौन से पुलिस के, शासकीय अधिकारी इससे मिले हुए थे। उन सब चीजों का खुलासा होता।

दिग्विजय सिंह ने पुलिस की थ्योरी पर सवाल उठाते हुए कहा कि प्रश्न इस बात का है कि जिस प्रकार से वो सरेंडर हुआ या गिरफ्तार हुआ। मध्य प्रदेश पुलिस उसका श्रेय लेना चाहती है कि लेकिन ये बात साफ है कि निजी सिक्योरिटी एजेंसी के लोगों ने उसको पकड़ा था। मध्य प्रदेश पुलिस को जानकारी भी नहीं थी।

वहीँ विकास दुबे के एनकाउंटर को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि ‘अखिलेश यादव के बाद अब प्रियंका गांधी ने विकास दुबे एनकाउंटर को लेकर ट्वीट किया है। उन्होंने सरकार पर एक बार फिर निशाना साधा है। उनका कहना है कि अपराधी का अंत हो गया, अपराध और उसको सरंक्षण देने वाले लोगों का क्या?’

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि ‘ उनका कहना है कि ‘ दरअसल ये कार नहीं पलटी है, राज खुलने से सरकार पलटने से बचाई गयी है।’

बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने विकास दुबे एनकाउंटर पर ट्वीट करते हुए पूरे मामले की सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में जांच करवाए जाने की मांग की है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि ‘कानपुर पुलिस हत्याकाण्ड की और इसके मुख्य आरोपी दुर्दांत विकास दुबे को मध्यप्रदेश से कानपुर लाते समय आज पुलिस की गाड़ी के पलटने व उसके भागने पर यूपी पुलिस द्वारा उसे मार गिराए जाने आदि के समस्त मामलों की माननीय सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।’

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