विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद उठे ये अहम सवाल
नई दिल्ली। कानपुर के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव में पिछले सप्ताह गुरुवार रात को पुलिस टीम पर हुए हमले के मुख्य आरोपी विकास दुबे की गिरफ्तारी जिस नाटकीय ढंग से हुई उसे लेकर अब कई सवाल उठ रहे हैं।
सबसे बड़ा सवाल यही है कि बुधवार तक विकास दुबे की लोकेशन पहले दिल्ली-एनसीआर और फरीदाबाद बताई जा रही थी लेकिन वो आखिर किस तरह उज्जैन पहुंचा। फरीदाबाद से उज्जैन की दूरी करीब 774 किलोमीटर बताई जाती है। आखिर वह किस तरह सड़क मार्ग से उज्जैन तक पहुंच गया।
दूसरा अहम सवाल है कि विकास दुबे उज्जैन के जिस महाकाल मंदिर पहुंचा था, वहां सुरक्षा के व्यापक इंतजाम रहते हैं। मंदिर परिसर में सुरक्षा के मद्देनज़र करीब 170 सीसी टीवी कैमरे लगे हैं, लेकिन ताज्जुब की बात है कि विकास दुबे ने न सिर्फ मंदिर में दर्शन किये बल्कि उसने फोटो भी खिंचवाए।
विकास दुबे के पूरे प्रकरण में जिन तीन राज्यों का नाम आया है वे तीनो राज्य बीजेपी शासित राज्य हैं। उत्तर प्रदेश, हरियाणा और मध्य प्रदेश में बीजेपी की सरकार है।
वहीं यह भी खुलासा हुआ है कि विकास दुबे उत्तर प्रदेश के नंबर प्लेट वाली जिस गाड़ी से मध्यप्रदेश पहुंचा था। उस गाड़ी पर हाईकोर्ट लिखा हुआ है। यह गाड़ी किसी मनोज यादव के नाम पर पंजीकृट बताई जा रही है।
इतना ही नहीं पुलिस ने विकास दुबे की गिरफ्तारी के बाद दो वकीलों को भी हिरासत में लिया है। ये दोनों वकील निजी कार से उज्जैन गए थे। पुलिस इन वकीलों और विकास दुबे के कनेक्शन की जांच कर रही है। दोनों वकीलों से पूछताछ की जा रही है।
गंभीर सवाल यह भी है कि जब पुलिस टीम पर हमले के बाद आसपास के थानों से लगी सीमाओं को सील कर दिया गया था, सड़क पर गाड़ियां रोककर चैकिंग की जा रही थी। इसके बावजूद विकास दुबे कानपुर से निकलकर दिल्ली -एनसीआर में कैसे घुसा और वह किस तरह पुलिस और ख़ुफ़िया तंत्र को चुनौती देते हुए उज्जैन तक पहुंच गया।
चेहरे पर शिकन नहीं, शेव बना हुआ:
विकास दुबे जिस हुलिये में महाकाल मंदिर में पहुंचा। उससे साफ़ ज़ाहिर है कि उसे किसी तरह की कोई टेंशन नहीं थी। उसका शेव बना हुआ था। चेहरे पर मास्क लगा था और वह जींस टीशर्ट पहनकर आया।