वरुण गांधी ने निजीकरण को लेकर अपनी ही पार्टी की सरकार पर बोला हमला
पीलीभीत। भारतीय जनता पार्टी के सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार को कटघरे में खड़ा किया है। इस बार वरुण गांधी ने निजीकरण पर विरोध जताते हुए मोदी सरकार पर सीधा निशाना साधा।
अपने संसदीय क्षेत्र पीलीभीत के दो दिन के दौरे पर पहुंचे थे। दौरे के दूसरे दिन वरुण गांधी ने कहा कि निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों की बर्बाद करने की साजिश है। वह सोमवार को शहर के गांधी प्रेक्षागृह में ज़िले के व्यापारियों के साथ संवाद कर रहे थे।
वरुण गांधी ने कहा कि हर चीज़ को मुनाफे की दृष्टि से देखना ठीक नहीं है। नौकरियां देने की जगह छीनने का काम हो रहा है। निजीकरण के नाम पर सब कुछ बेचा जा रहा है। उन्होंने कहा कि हिन्दू-मुस्लिम, अगड़ा-पिछड़ा, जात-पात के जाल से निकलिए संगठित होकर आवाज़ उठाइए और देश बचाइए।
सांसद ने कहा कि नौजवान रोज़गार की तलाश में भटक रहे हैं और ऊपर से निजीकरण के नाम पर करोड़ों लोगों को बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है। वह बोले कि उनके लिए देश पहले है। राजनीति बाद की बात है। वह राष्ट्र के लिए कुछ भी करने को तैयार हैं।
इस दौरान वरुण गांधी ने स्थानीय कारोबारियों की समस्याएं भी सुनीं। वरुण गांधी ने बांसुरी महोत्सव के नाम पर अवैध तरीके से धन वसूली की शिकायत आने पर नाराज़गी जताई। उन्होंने कहा कि निजीकरण और ई-कॉमर्स के जरिए हो रहे तमाम कारोबार को देश की अर्थ व्यवस्था के लिए खतरा है और इसके नुकसान सामने आने लगे हैं।
वरुण गांधी इससे पहले भी कई मुद्दों पर पार्टी लाइन से अलग राय रखते रहे हैं। उन्होंने पार्टी लाइन से अलग हटकर किसान आंदोलन का समर्थन किया था तथा किसानो की मांगो को जायज बताया था। इतना ही नहीं वरुण गांधी ने लखीमपुर खीरी काण्ड में भी किसानो के लिए न्याय सुनिश्चित करने की मांग की थी।