वरुण गांधी ने बेरोज़गारी के मुद्दे पर योगी सरकार के दावों की खोली पोल
नई दिल्ली। पीलीभीत से बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक बार फिर अपनी ही पार्टी की सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इस बार वरुण गांधी ने बेरोज़गारी के मुद्दे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों की पोल खोलते हुए प्रदेश सरकार को कटघरे में खड़ा किया है।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित एक लेख में वरुण गांधी ने कहा कि देश के साथ-साथ उत्तर प्रदेश में भी बेरोजगारी दर सर्वोच्च स्तर पर पहुंच गई है। उत्तर प्रदेश में कामकाजी उम्र के लोगों में रोजगार प्राप्त करने की दर 38.5 फीसदी से गिरकर 32.8 फीसदी हो गई है। उन्होंने कहा कि युवाओं में नौकरी पाने की दर में भी भारी गिरावट आई है। युवाओं में बेरोजगारी दर 15.66 फीसदी से बढ़कर 28.26 फीसदी हो गई है।
वरुण गांधी ने योगी आदित्यनाथ सरकार की पोल खोलते हुए कहा कि विभिन्न आंकड़ों के जरिए विकास की तस्वीर पेश की जा रही है, जबकि जमीनी सच्चाई यही है कि इस बीच देश के विभिन्न राज्यों में बेरोजगाही बढ़ती जा रही है।
बीजेपी सांसद और फायर ब्रांड नेता वरुण गांधी ने कहा कि पूरे देश में बेरोजगारी दर चार महीनों में सबसे ज्यादा 7.9 फीसदी तक पहुंच गई है। शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी 9.3 फीसदी हो गई है जो परेशान करने वाली है।
वरुण गांधी का यह लेख उस समय आया है जब उत्तर प्रदेश चुनाव की दहलीज पर खड़ा है और भारतीय जनता पार्टी बेरोज़गारी के मुद्दे पर पर्दा डालने में जुटी है। टीवी पर होने वाली चुनावी बहस में बीजेपी नेताओं को बेरोज़गारी के मुद्दे पर कुछ भी ज़्यादा बोलने से बचते देखा गया है।
ऐसे हालातो में बीजेपी सांसद वरुण गांधी द्वारा प्रदेश की योगी सरकार की दुखती रग पर हाथ रखना पार्टी के लिए मुश्किलें पैदा करने वाला है। वरुण गांधी पिछले कुछ समय से पार्टी लाइन से अलग हटकर बयान दे रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव के लिए भारतीय जनता पार्टी द्वारा जारी की गई 30 सदस्यों वाली स्टार प्रचारकों की सूची में वरुण गांधी का नाम शामिल नहीं किया गया है। इससे बेपरवाह वरुण गांधी ने बेरोज़गारी का मुद्दे उठाकर एक बार फिर पार्टी को कटघरे में खड़ा कर दिया है।
इससे पहले वरुण गांधी पार्टी लाइन से अलग हटकर किसान आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने लखीमपुर खीरी काण्ड में भी किसानो को न्याय मिलने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखा था। इतना ही नहीं अभी हाल ही में वरुण गांधी ने पीलीभीत में एक कार्यक्रम में निजीकरण के खिलाफ भी विरोध जताया था और कहा था कि इससे बेरोज़गारी बढ़ेगी।