बिहार चुनाव: वैश्य महासभा ने एनडीए से मांगी 40 सीटें
पटना (रंजन सिन्हा)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले वैश्य महासभा ने एनडीए की 40 सीटों पर अपना दावा किया है। महासभा की मांग है कि बिहार विधानसभा चुनाव में वैश्य महासभा के उम्मीदवारों के लिए एनडीए कम से कम 40 सीटें दें।
अंतर्राष्ट्रीय वैश्य महासम्मलेन के प्रदेश अध्यक्ष प्रो डॉ जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने आज पटना में आयोजित संवाददाता सम्मेलन के दौरान NDA गठबंधन से बिहार विधान सभा चुनाव 2020 में वैश्य समाज के लिए 40 सीटों की मांग की है।
उन्होंने कहा कि 40 सीटें हमारे समाज को लोक सभा के आधार पर मिले। उन्होंने हर लोक सभा में कम से कम 1 सीट की मांग पर जोर देते हुए कहा कि हमने 40 सीटों के लिए जिन क्षेत्रों को चिन्हित किया है, वहां कम से कम 70 से 80 हज़ार मतदाता वैश्य और व्यापारी समाज से आते हैं।
प्रो डॉ जगन्नाथ प्रसाद गुप्ता ने आगे कहा कि हम ऐसे 40 विधान सभा क्षेत्रों को चिन्हित कर उन पर उम्मीदवारी तय कर रहे हैं। इसके बाद हम इसकी सूची राष्ट्रीय नेताओं एवं प्रांतीय अध्यक्षों को बहुत जल्द सौपेंगे।
उन्होंने बताया कि वैश्य समाज शेरघाटी, कुम्हरार, बांकीपुर, दानापुर, पटना साहिब, बगहा, कस्बा, बेगूसराय, सोनपुर, कहलगांव, भागलपुर(शहरी), बेलहर, शेखपुरा, नवादा, औरंगाबाद, ओबरा, खगड़िया, सूर्यगढ़ा, कदवा, बिहारशरीफ, चकाई, झाझा, जीरादेई, हरलाखी,लोकहा, फुलपरास, सीतामढ़ी, रीगा, सुरसंड, गया( शहरी), लालगंज, बक्सर, काँटी, काराकाट, नोखा, डिहरी, आरा, सिकटा, जगदीशपुर और लखीसराय विधान सभा को चिन्हित किया है। हम संख्या बल के आधार पर अपने समाज के लिए बिहार विधान सभा चुनाव के लिए भागीदारी चाहते हैं।
वहीं, वैश्य समाज की नेत्री वीणा मानवी ने पत्रकारों से कहा कि बिहार को आगे बढ़ाने में वैश्य समाज की भूमिका अग्रणीय रही है. वैश्य समाज की महिलाएं भी प्रदेश की तरक्की में बढ़ चढ़ कर निःस्वार्थ भाव से हिस्सा लेती रही हैं, लेकिन समाज के साथ साथ महिलाओं की भी उपेक्षा राजनीतिक रूप से तमाम दलों ने की है।
मानवी ने कहा कि वैश्य महिलाएं अब अपने हक़ और अधिकार के लिए जागरूक व एकजुट हैं, इसलिए महिलाओं को भी बिहार विधान सभा चुनाव में उम्मीदारी का सम्मानजनक हक़ मिलना चाहिए।
संवाददाता सम्मेलन में राजेश्वर प्रसाद राजेश, कमल नोपानी, मनोज कुमार गुप्ता, संतोष कुमार, प्रिंस कुमार राजू, डॉ सुनंदा केशरी, अधिवक्ता दिलीप कुमार, सौरव भगत और वैश्य समाज के अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे।