अमेरिका ने एडवायजरी जारी कर कहा, ‘अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे भारत’

वाशिंगटन। नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर पूर्वोत्तर राज्यों में हो रहे प्रदर्शनों के बीच अमेरिका ने भारत के अल्पसंख्यको को लेकर चिंता ज़ाहिर की है। फ़्रांस और अमेरिका ने अपने नागरिको को एडवायजरी जारी कर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में न जाने की सलाह दी है।
इतना ही नहीं अमेरिका ने भारत से अनुरोध किया है कि वह अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखते हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे।
अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है कि भारत द्वारा अपने नागरिकता कानून में संशोधन किए जाने के बाद वह घटनाक्रमों पर करीब से नजर रखे हुए है।
अमेरिकी विदेश विभाग के एक प्रवक्ता ने गुरुवार को कहा, ‘अमेरिका भारत से अनुरोध करता है कि वह अपने संवैधानिक और लोकतांत्रिक मूल्यों को बरकरार रखते हुए धार्मिक अल्पसंख्यकों के अधिकारों की रक्षा करे।’
वहीँ अपने नागरिको के लिए जारी एडवाजरी में अमेरिका ने कहा है कि भारत में नए बने नागरिकता कानून के कारण पूर्वोत्तर के राज्यों में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इन प्रदर्शनों के मद्देनज़र भारत की सरकार ने कुछ इलाकों में कर्फ्यू भी लगाया है, साथ की इन इलाको में यातायात सेवाएं, इंटरनेट और मोबाइल सेवाएं अस्थाई तौर पर बाधित हैं।
एडवायजरी में कहा गया है कि नागरिकता कानून को लेकर पूर्वोत्तर भारत के अलावा भी कुछ और हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। ऐसे में अमेरिकी सरकार ने असम की आधिकारिक यात्रा को अस्थायी रूप से निलंबित कर दिया है।
अमेरिकी विदेश विभाग ने अपनी एडवायजरी में कहा, ऐसे स्थानों से दूर रहें, जहां प्रदर्शन हो रहे हों। अपने आसपास के माहौल को अच्छी तरह परख लें। स्थानीय मीडिया से हालात के अपडेट लेते रहें तथा अपने परिवारवालों और नजदीकी लोगों को अपनी जानकारी देते रहें।
अमित शाह का शिलांग दौरा रद्द:
वहीँ नागरिकता कानून को लेकर असम में हो रहे विरोध प्रदर्शन को देखते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने अपना शिलांग दौरा रद्द कर दिया है। असम में विरोध प्रदर्शन के कारण गुवाहाटी समेत दूसरे इलाकों में कर्फ्यू लगा हुआ है। वहीं राज्य में मोबाइल और इंटरनेट सेवा पर भी प्रतिबंध है। मेघालय के कई हिस्सों में भी विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।