रेप मामले में ट्रंप को राहत नहीं, कोर्ट ने कहा ‘राष्ट्रपति पद पर होना महत्वपूर्ण नहीं’
वाशिंगटन। रेप के आरोप में फंसे अमेरिकी राष्ट्रपति को फिलहाल राहत के संकेत नहीं हैं और उनके खिलाफ चल रहे मामले की सुनवाई जारी रहेगी। इस मामले में पीड़ित महिला ने आरोप लगाया है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जानबूझ कर केस को लंबा खींच रहे हैं। इस पर कोर्ट ने कहा कि राष्ट्रपति पद पर होना उन्हें इस मामले से बचा नहीं सकता है।
गौरतलब है कि राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ रेप के आरोप मामले में चल रहे केस को लेकर ट्रंप के वकील ने कहा था कि संविधान राष्ट्रपति को राज्य की अदालतों में दायर वाद में खींचे जाने से प्रतिबंधित करता है।
इस पर मैनहैट्टन की जज वर्ना सॉन्डर्स ने कहा ‘नहीं, ऐसा नहीं है, ट्रंप का राष्ट्रपति पद पर होना महत्वपूर्ण नहीं हैं।’ कोर्ट के इस फैसले के बाद ट्रंप पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़ित महिला कैरोल को अपना वाद जारी रखने की इजाजत मिल गई है। पीड़ित महिला ने संभावित साक्ष्य के तौर पर ट्रंप के डीएनए का अनुरोध किया है।
पीड़ित महिला का आरोप है कि वर्ष 1990 के दशक में ट्रंप ने उनसे बलात्कार किया था और यह दावा वापस लेने पर मजबूर करने के लिए उनका अपमान किया था।
पीड़ित महिला कैरोल की वकील रोबर्टा कपलान ने कहा कि हम इस मामले में आगे बढ़ने के इच्छुक हैं, हम कोर्ट से मांग कर रहे हैं कि वह साक्ष्य के तौर पर ट्रंप का डीएनए सैंपल लेने का ऑर्डर जारी करे।
वहीँ दूसरी तरफ जैसे जैसे राष्ट्पति पद के चुनाव करीब आ रहे हैं, वैसे वैसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के लिए नई नई मुश्किलें खड़ी होती जा रही हैं। लगातार कई सर्वेक्षण में पिछड़ने के बाद अब खबर आ रही है कि पिछले चुनाव में ट्रंप का सहयोग करने वाले कई बड़े चेहरे इस बार ट्रंप के खिलाफ हैं और उन्होंने पहले ही ट्रंप के चुनाव अभियान से दूरी बनाने के संकेत दिए हैं।