पांच दिन बाद भी यूपी पुलिस खाली हाथ, विकास दुबे का नहीं कोई सुराग

पांच दिन बाद भी यूपी पुलिस खाली हाथ, विकास दुबे का नहीं कोई सुराग

लखनऊ ब्यूरो। कानपुर के चौबेपुर थाना अंतर्गत बिकरू गांव में पिछले सप्ताह गुरुवार रात को पुलिस टीम पर हुए हमले के पांच दिन बाद भी यूपी पुलिस खाली हाथ है और इस घटना में मुख्य आरोपी विकास दुबे अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है।

बीते पांच दिनों के दौरान पुलिस ने विकास दुबे को तलाश करने के लिए कई जगह छापे मारी भी की है। इतना ही नहीं विकास दुबे की तलाश में उसके फोटो भी दीवारों पर चिपकाये गए हैं लेकिन अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।

मंगलवार को पुलिस ने हरियाणा के फरीदाबाद में एक होटल पर भी छापेमारी की लेकिन यहाँ भी विकास दुबे के होने की खबर गलत साबित हुई। हालांकि छापेमारी में पुलिस ने विकास दुबे के एक साथी को गिरफ्तार किया है।

इससे पहले पुलिस ने कल्याणपुर में हिस्ट्रीशीटर विकास दुबे के साथी दया शंकर अग्निहोत्री को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया था। दया शंकर को रविवार रात एक मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया गया था।

जैसे जैसे दिन बीत रहे हैं, उत्तर प्रदेश पुलिस पर विकास दुबे को ढूंढ़ निकालने का दबाव बढ़ता जा रहा है। इस बीच आईपीएस अनंत देव का तबादला कर दिया गया है। उन्हें एसटीएफ से हटाकर पीएसी में भेजा गया है। वहीँ इसके अलावा मंगलवार शाम यूपी में चार आईपीएस के तबादले किए गए।

मुरादाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित पाठक को वाराणसी का वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है। वाराणसी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रभाकर चौधरी को मुरादाबाद भेजा गया है।

वहीँ लखनऊ एसटीएफ के पुलिस उपमहानिरीक्षक अनंत देव को अब मुरादाबाद में पीएसी में पुलिस उपमहानिरीक्षक बना कर भेजा गया है तथा 15वीं वाहिनी, पीएसी आगरा के सेनानायक सुधीर कुमार सिंह को एसटीएफ लखनऊ में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बनाया गया है।

वहीँ दूसरी तरफ विकास दुबे की तलाश में जुटी उत्तर प्रदेश पुलिस की कई टीम विकास दुबे के करीबियों की जानकारी जुटा रही हैं। विकास दुबे की गिरतारी के लिए ढाई लाख का इनाम भी घोषित किया गया है।

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TeamDigital