यूपी पुलिस का एक और कारनामा: उमरा करने मक्का गए शख्स को बनाया हिंसा का आरोपी

यूपी पुलिस का एक और कारनामा: उमरा करने मक्का गए शख्स को बनाया हिंसा का आरोपी

लखनऊ ब्यूरो। नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश में हुए विरोध प्रदर्शनों को लेकर उत्तर प्रदेश की पुलिस कितनी गंभीरता से काम कर रही है, उसका एक और नमूना सामने आया है।

93 वर्षीय एक व्यक्ति जो खुद से अकेला चलफिर नहीं सकता और 06 वर्ष पहले मर चुके एक अन्य व्यक्ति से शांति को खतरा बताकर पाबंद करने के लिए नोटिस भेजने वाली यूपी पुलिस ने अब उमरा-हज करने गए एक शख्स को उपद्रव करने का आरोपी मानते हुए मामला दर्ज किया है।

मामला बहराइच का है। यहाँ के रहने वाले सुलेमान उमरा करने के लिए सऊदी अरब गए हुए थे और 20 दिसंबर को सऊदी अरब के मक्का शहर में उमरा कर रहे थे।

सुलेमान के पासपोर्ट पर 12 दिसंबर को देश छोड़ने और 28 दिसंबर को भारत वापस आने का इमीग्रेशन का मुहर भी लगी है लेकिन पुलिस की माने तो वे जुमे की नमाज़ के बाद धारा 144 तोड़कर निकाले गए जुलुस में मौजूद थे और उन्होंने मोदी-योगी मुर्दाबाद के नारे लगाए तथा पुलिस पर जानलेवा हमला करने की कोशिश की। इसलिए सुलेमान पर कई धाराओं में एफआईआर दर्ज की गई है।

सुलेमान ने मीडिया से बातचीत में कहा कि मुझे नहीं मालूम कि मेरा नाम एफआईआर में क्यों जोड़ा गया, जबकि मैं देश में भी नहीं था। वहीँ पुलिस का इस मामले में कहना है कि यदि कोई व्यक्ति उपद्रव नहीं कर रहा था और उसका नाम किन्ही कारणों वश सूची में है तो चार्जशीट से पहले उसकी जांच की जाएगी।

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TeamDigital