यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को हाईकोर्ट से मिली जमानत
लखनऊ ब्यूरो। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को आज इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बैंच से ज़मानत मिल गई है। प्रवासी मजदूरों के लिए एक हज़ार बसें उपलब्ध करए जाने के विवाद में लल्लू के खिलाफ बसों के नंबरों में फर्ज़ीवाड़े का आरोप लगाते हुए धोखाधड़ी की कई गंभीर धाराओं में उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया गया था।
इस मामले को लेकर लखनऊ की हजरतगंज पुलिस ने अजय कुमार लल्लू को 3 जून को गिरफ्तार किया था। इसमें कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के निजी सचिव संदीप सिंह के खिलाफ भी मामला दर्ज हुआ था। संदीप सिंह ने अपनी अग्रिम ज़मानत की अर्जी यूपी हाईकोर्ट में दाखिल की है।
प्रियंका के निजी सचिव संदीप सिंह, उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में हजरतगंज कोतवाली में परिवहन अधिकारी आरपी त्रिवेदी की शिकायत पर मुकदमा दर्ज कराया गया था। यह मुकदमा भारतीय दंड विधान की धारा 420, 467 और 468 के तहत दर्ज किया गया है।
इस मामले में कांग्रेस शुरू से ही प्रदेश सरकार पर जानबूझकर मामले को उलझाने का आरोप लगाती रही है। कांग्रेस ने प्रवासी मजदूरों के लिए एक हज़ार बसें उपलब्ध कराने का एलान किया था और उसमे से पांच सौ से अधिक बसें कई दिनों तक उत्तर प्रदेश की सीमा पर खड़ी रही थीं और बाद में उन्हें खाली ही वापस जाना पड़ा था।
प्रवासी मजदूरों के लिए बस उपलब्ध कराये जाने के मामले में उत्तर प्रदेश सरकार ने आरोप लगाया था कि एक हज़ार बसो की जो सूची सरकार को भेजी गई थी उसमे कई बसों के नंबर गलत थे। आरोप है कि बसों के स्थान पर स्कूटर और ऑटो के नंबर भी लिस्ट में शामिल किये गए थे।
सरकार की तरफ से कहा गया कि एक हज़ार बसों के नंबरों में से 79 बसें पूरी तरह से अनफिट और जर्जर हालत में हैं। इसके अलावा 279 बसों का फिटनेस और बीमा संबंधी प्रपत्र एक्सपायर हो चुका है। 100 बसें ऐसी हैं, जिनके नम्बर एम्बुलेंस, तिपहिया वाहन, आटो रिक्शा, ट्रक और अन्य वाहनों के नाम पर दर्ज हैं। वहीं, 70 बसों का कोई रिकॉर्ड नहीं है।