अभी और रुलायेगी प्याज, तुर्की- श्रीलंका ने खींचा हाथ
नई दिल्ली। देश में प्याज की कीमतों में बड़े सुधार की उम्मीद उस समय खत्म हो गई जब तुर्की और अफगानिस्तान ने भारत को प्याज का आयात बंद करने का एलान किया। तुर्की और श्रीलंका द्वारा भारत को प्याज भेजने के इंकार के बाद अब उम्मीदें प्याज की नई फसल पर टिकी हैं।
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक प्याज की कीमतों में उतार चढाव अवश्य देखने को मिल सकता है लेकिन अगले वर्ष फरवरी तक प्याज की कीमतों का सामान्य स्तर पर पहुंचना मुमकिन नहीं है।
रिपोर्ट के मुताबिक प्याज की फसल होने के बाद फरवरी से देश में प्याज की मांग को पूरा किया जा सकेगा। लेकिन फरवरी तक तो प्याज की किल्ल्त बनी रह सकती है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत द्वारा प्याज का निर्यात करने से अंतराष्ट्रीय बाजार में प्याज की कीमतों में आये उछाल के चलते तुर्की ने भारत को प्याज का निर्यात करने से मना कर दिया है। वहीँ श्रीलंका से प्याज आयात करने में भारत को कागजी औपचारिकताएं पूरी करने में ख़ासा समय लगता है। इसलिए अब फिलहाल अफगानिस्तान ही भारत को प्याज निर्यात करेगा।
देश में प्याज की किल्ल्त के चलते देश की राजधानी दिल्ली में प्याज की खुदरा कीमतें 150 रुपये प्रति किलो तक पहुँच गई हैं वहीँ मुंबई, चेन्नई, कोलकाता में भी प्याज की कीमतें आसमान छू रही है। ऐसे में तुर्की और श्रीलंका द्वारा भारत को प्याज देने से इंकार करने का असर मार्केट में बना रहेगा।