ट्रंप की भतीजी ने अपनी किताब में ट्रंप को बताया ‘धोखेबाज और गुंडा’
नई दिल्ली। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भतीजी मैरी एल ट्रंप ने अपनी नई किताब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर कई खुलासे और गंभीर टिप्पणियां की हैं। उन्होंने अपनी किताब में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की तुलना एक ऐसे शख्स से की है जिसका शरीर तो विकसित हो गया, लेकिन बुद्धि का विकास नहीं हुआ।
एक्सिडेंटल कमांडर जैसी कई किताबों के लिए अपनी पहचान बनाने वाली मैरी एल ट्रंप ने अपनी नई किताब “टू मच एंड नेवर एनफ़: हाउ माई फ़ैमिली क्रीटेड द वर्ल्ड्स मोस्ट डेंजरस मैन(Too Much and Never Enough: How My Family Created the World’s Most Dangerous Man)” में अमरीकी राष्ट्रपति ट्रंप को लेकर को लेकर कई गंभीर टिप्पणियां भी की है।
मैरी ट्रंप ने अपने चाचा अमेरिकी राष्ट्रपति का नाम लेकर उन्हें धोखेबाज़ और एक ग़ुंडा बताया है। हालांकि व्हाइट हाउस ने टू मच एंड नेवर एनफ़ में पेश किए गए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किये गए उन उल्लेखो को ख़ारिज कर दिया है, जिसके कुछ अंश अमरीकी मीडिया में लीक हो गए हैं।
इतना ही नहीं ट्रंप परिवार ने 14 जुलाई को प्रकाशित होने वाली किताब को रोकने के लिए मुक़दमा भी दायर किया है। राष्ट्रपति ट्रंप की 55 वर्षीय भतीजी ने लिखा है कि उनके चाचा के लिए कभी कुछ भी पर्याप्त नहीं होता है, और वे नशे की लत रखने वाले व्यक्ति की सभी विशेषताएं रखते हैं।
क्लिनकल मनोविज्ञान में डॉक्टरेट की डिग्री हासिल करने वाली मैरी ट्रंप लिखती हैं, ट्रंप सिर्फ़ एक कमज़ोर इंसान नहीं हैं, बल्कि उनका अहंकार उनकी एक बड़ी कमज़ोरी है, क्योंकि वह स्वयं भी जानते हैं कि जो वह होने का दावा करते हैं, वैसे बिल्कुल भी नहीं हैं। वे कहती हैं कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने पिता फ़्रेड ट्रंप सीनियर से प्रभावित हैं, जो खुद भी इसी तरह की विशेषताएं रखते थे।
मैरी ट्रंप का कहना है कि उन्होंने 1990 के दशक के दौरान डोनल्ड ट्रम्प द्वारा टैक्स चोरी और धोखाधड़ी के कई दस्तावेज़, न्यूयॉर्क टाइम्स को दिए थे। अख़बार ने इन दस्तावेज़ों को 14,000 शब्दों वाला एक खोजी लेख प्रकाशित करने के लिए इस्तेमाल किया था। उन्होंने दावा किया कि यह दस्तावेज़ उन्हें उनके माता-पिता से प्राप्त हुए थे।
उन्होंने ट्रंप को अपनी किताब में यूनिवर्सिटी ‘चीटर’ बताते हुए दावा किया है कि एसएटी परीक्षा में उनके चाचा ने अपने एक दोस्त को अपनी जगह परीक्षा देने के लिए पैसे दिए थे, क्योंकि वह इस बात से चिंतित थे कि उनका ग्रेड पॉइंट एवरेज हो सकता है। वहीँ व्हाइट हाउस ने इस दावे को ख़ारिज कर दिया है कि अमरीकी राष्ट्रपति ने यूनिवर्सिटी परीक्षा में चीटिंग की थी।