उद्धव ठाकरे ने मुसलमानो को दिलाया भरोसा, महाराष्ट्र में नहीं कोई डिटेंशन सेंटर
मुंबई। नागरिकता कानून को लेकर देशभर में चल रहे विरोध प्रदर्शनों के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेश के मुसलमानो को भरोसा दिलाया है कि महाराष्ट्र में कोई डिटेंशन सेंटर नहीं बन रहा है।
प्रदेश के मुस्लिम विधायकों के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात के दौरान उद्धव ठाकरे ने भरोसा दिलाया कि महाराष्ट्र में मुसलमानो को बिलकुल डरने की ज़रूरत नहीं है और राज्य में उनके हितो की अनदेखी नहीं होने दी जायेगी।
मुस्लिम समुदाय से जुड़े विधायकों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल एनसीपी नेता नवाब मलिक ने मीडिया को बताया कि मुंबई खारघर स्थित डिटेंशन सेंटर मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त विदेशी नागरिकों के लिए है, उसका एनआरसी से की लेना देना नहीं है और न ही राज्य सरकार एनआरसी लागू करने का सोच रही है।
उन्होंने कहा कि खारघर में जो डिटेंशन सेंटर बन रहा है उसमे सिर्फ 38 लोगों को ही रखा जा सकता है और यह जेल से रिहा होने के बाद अपने मूल देशों में प्रत्यर्पित किए जाने से पहले विदेशी नागरिकों के लिए है।
नवाब मलिक ने कहा कि लोगों को नागरिकता कानून के बारे में कोई गलतफहमी नहीं रखनी चाहिए। मेरी सरकार किसी धर्म या समुदाय के नागरिकों के अधिकारों को नुकसान नहीं पहुंचने देगी। मैं राज्य में शांति एवं सौहार्द की अपील करता हूं।
गौरतलब है कि महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी (गठबंधन) की सरकार है। इस सरकार में शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस शामिल हैं। एनसीपी नेता नवाब मलिक ने कहा कि सत्तारूढ़ गठबंधन का हिस्सा होने के नाते में दावे से कह सकता हूँ कि महाराष्ट्र में मुसलमानो को डरने की ज़रूरत नहीं है, और वे पूरी तरह सुरक्षित हैं।
गौरतलब है कि कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में खारघर में डिटेंशन सेंटर बनने का खुलासा किया गया था। इन रिपोर्ट्स में आशंका जताई गई थी कि यह डिटेंशन सेटर एनआरसी लागू किये जाने के मद्देनज़र बनाया जा रहा है। महाराष्ट्र में सत्तारूढ़ गठबंधन में शामिल एनसीपी के नेता नवाब मालिक ने आज ऐसी अफवाहों को सिरे से ख़ारिज करते हुए इस बारे में पूरी जानकारी दी।