नागालैंड में मृतकों की संख्या 13 हुई, इंटरनेट सेवा बंद, राहुल गांधी ने गृह मंत्रालय पर उठाये सवाल

नागालैंड में मृतकों की संख्या 13 हुई, इंटरनेट सेवा बंद, राहुल गांधी ने गृह मंत्रालय पर उठाये सवाल

नई दिल्ली। नागालैंड में सुरक्षा कर्मियों द्वारा आम नागरिको पर की गई फायरिंग में मरने वालो की संख्या 13 हो गई है। इस बीच राज्य में इंटरनेट तथा बल्क एसएमएस सेवा बंद कर दी गई है।

सेना ने रविवार को नागरिकों की हत्या पर गहरा खेद व्यक्त किया है तथा इस घटना की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है। वहीं पुलिस ने रविवार को कहा कि इस मामले की जांच हो रही है कि क्या घटना गलत पहचान का मामला था। इस घटना में सेना के एक जवान की भी मौत हुई है।

सेना के 3 कोर के मुख्यालय की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया है कि विद्रोहियों के संभावित आंदोलन की विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर नगालैंड के तिरु और मोन जिले के क्षेत्र में एक विशिष्ट ऑपरेशन आयोजित करने की योजना बनाई गई थी। घटना और उसके बाद के लिए गहरा खेद है. उच्चतम स्तर पर और कानून के अनुसार उचित कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस के मुताबिक, ये घटना ओटिंग और तिरु गांवों के बीच उस समय हुई, जब कुछ दिहाड़ी मजदूर शनिवार शाम कोयला खदान से पिकअप वैन में घर लौट रहे थे। इस दौरान प्रतिबंधित संगठन एनएससीएन (के) के युंग आंग गुट के उग्रवादियों की गतिविधियों के बारे में सूचना मिलने के बाद इलाके में अभियान चला रहे सैन्य कर्मियों ने मजदूरों के वाहन पर कथित तौर पर फायरिंग की।

नगालैंड के राज्यपाल जगदीश मुखी ने मोन जिले के अंतर्गत ओटिंग और तिरु गांव के बीच एक बिंदु पर ग्रामीणों पर गोलीबारी की घटना की निंदा की है। राजभवन की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि एसआईटी इस घटना की हर एंगल से जांच करेगी।

राहुल गांधी ने गृह मंत्रालय पर साधा निशाना:

सुरक्षाबलों द्वारा आम नागरिकों पर की गई गोलीबारी में 13 लोगों की मौत के मामले में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने गृहमंत्रालय पर निशाना साधा है। उन्होंने इस घटना को लेकर कहा कि वास्तव ने गृहमंत्रालय कर क्या रहा है।

राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, “यह दिल दहला देने वाला है। भारत सरकार को वास्तविक जवाब देना चाहिए। गृह मंत्रालय वास्तव में क्या कर रहा है जब न तो नागरिक और न ही सुरक्षाकर्मी हमारी ही भूमि में सुरक्षित हैं?”

इस घटना की खबर फैलने के बाद जुटी स्थानीय नागरिको की भीड़ ने सेना के वाहनों को मौके पर ही घेर लिया और उसके बाद हुई हाथापाई में एक जवान की मौत हो गई और कम से कम तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया।

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TeamDigital