तेजस्वी बोले ‘सिर्फ सीएम बनना होता तो हम भी ईमान बेचकर बीजेपी से हाथ मिला सकते थे’

पटना ब्यूरो। बिहार में जैसे जैसे चुनाव प्रचार जोर पकड़ रहा है, राजनैतिक दलों में आरोप प्रत्यारोप और तेज हो रहे हैं। राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वै यादव ने रविवार को लखीसराय, सूर्यगढ़ा, शेखपुरा, मोकामा, नवादा, जमुई समेत सात विधानसभा क्षेत्रों में आयोजित चुनाव सभाओं में नीतीश सरकार और बीजेपी पर सीधे हमले किये।
तेजस्वी यादव ने बीजेपी-जेडीयू गठबंधन पर निशाना साधते हुए कहा कि बिहार में डबल इंजन की सरकार है, जो अब चलने लायक नहीं है। उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारों की फौज खड़ी है, रोजगार के लिए लोग दूसरे प्रदेश जाने को मजबूर हैं।
राजद नेता ने लॉकडाउन में दूसरे राज्यों से पैदल चलकर बिहार पहुंचे मजदूरों का मामला उठाते हुए कहा कि मजदूर जब कोरोना के समय में फंस गये, तो बिहार सरकार ने उन्हें उनकी किस्मत पर मरने के लिए छोड़ दिया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार में अगर महागठबंधन की सरकार बनी, तो 10 लाख बेरोजगार युवकों को नौकरी देंगे. इसके अलावा नियोजित शिक्षकों को समान काम के समान वेतन देंगे। उन्होंने आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा, रसोइये को सम्मानजक वेतन देने और अनुबंध पर काम करने वाले कर्मचारियों को स्थायी किये जाने का भरोसा दिया।
बीजेपी और संघ पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि राष्ट्रीय जनता दल ऐसी क्षेत्रिय पार्टी है, जिसने आज तक भाजपा और आरएसएस से समझौता नहीं किया। लालू जी ने हमेशा इनके खिलाफ लड़ाई लड़ी है। तेजस्वी ने सवाल किया कि अगर हमको सिर्फ मुख्यमंत्री ही बनना होता, अपना ईमान बेचकर तो भाजपा से हाथ मिलाकर मुख्यमंत्री नहीं बन जाते।
तेजस्वी की सभाओं में उमड़ रही भीड़:
राष्ट्रीय जनता दल सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव की गैर मौजूदगी में हो रहे विधानसभा चुनाव में भले ही राष्ट्रीय जनता दल के पास स्टार प्रचारकों की कमी है लेकिन फिलहाल तेजस्वी यादव की सभाओं में उम्मीद से अधिक भीड़ उमड़ रही है।
तेजस्वी यादव की सभाओं में पहुंच रही भीड़ में युवाओं की तादाद अधिक है। इसलिए जानकार अभी से यह मानकर चल रहे हैं कि दस लाख रोज़गार देने का राजद का वादा युवाओं को रिझा रहा है।