किसानो को न्याय दिलाने के लिए आज पटना में गांधी मूर्ति के समक्ष संकल्प लेंगे तेजस्वी यादव
पटना ब्यूरो। कृषि कानूनों के खिलाफ शुरू हुए किसान आंदोलन को लेकर राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने बड़ा बयान दिया है। तेजस्वी यादव ने बिहार के किसानो और किसान संगठनों से एकजुट होकर किसान आंदोलन को मजबूत करने की अपील की है।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार के किसानों और बिहार के संगठनों से अपील करते हैं कि एकजुट होकर सड़कों पर आएं और इस आंदोलन को मज़बूत करें। कल हमारी पार्टी के लोगों ने पटना के गांधी मैदान में 10 बजे से धरना प्रदर्शन करने का फैसला लिया है।
उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर सेक्टर को भी प्राइवेट हाथों में सौंपा जा रहा है। हम सब लोगों ने नोटबंदी और GST को भी देखा है, ये सरकार हमेशा आकर कहती है कि फायदे के लिए है लेकिन जब चार-पांच सालों के बाद फायदा पूछा जाता है तो कहने की स्थिति में नहीं होती और मुद्दे से भटकाती है।
तेजस्वी यादव ने शनिवार को पटना के गांधी मूर्ति के समक्ष संकल्प लेने का भी एलान किया है। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि “अगर नए कृषि विधेयक किसानों के पक्ष में है तो सरकार MSP को अनिवार्य रूप से लागू क्यों नहीं करती ? हम पूर्णत: किसानों के साथ खड़े है, आगे भी रहेंगे। किसानों को फसल का उचित दाम और न्याय दिलाने के लिए कल सुबह 10 बजे से गाँधी मैदान, पटना में गांधी मूर्ति के सामने संकल्प लेंगे।”
तेजस्वी यादव ने कहा कि “तेल, रेल, हवाई जहाज, हवाई अड्डे, बंदरगाह, बीएसएनएल, एलआईसी बेचने के बाद भाजपा सरकार अब किसानों की ज़मीन भी पूँजीपतियों के हाथों बेचने पर तुली है। मोदी सरकार कृषि क्षेत्र का भी निजीकरण करने को आतुर है।”
गौरतलब है कि कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन में करीब 35 किसान संगठन शामिल हैं। किसान आंदोलन को सामाजिक संगठनों, शिक्षाविदों, साहित्यकारों और श्रमिक यूनियनो सहित कई संगठनों का समर्थन मिला है। कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे किसानो और सरकार के बीच अब तक चार बार बातचीत हो चुकी है। पांचवे दौर की बातचीत आज (शनिवार) को होनी है।
इस बीच किसान संगठनों का कहना है कि यदि आज भी बातचीत बेनतीजा रहती है तो 8 दिसंबर को भारत बंद का आह्वान किया जाएगा और सांकेतिक तौर पर विरोध जताने के लिए 5 दिसंबर को पीएम मोदी के पुतले फूंके जायेंगे।