क्वारंटाइन के नाम पर तब्लीगी जमात के लोगों को 35 दिनों तक हिरासत में रखने का आरोप
नई दिल्ली। दिल्ली के निजामुद्दीन मर्कज़ के कार्यक्रम में शामिल हुए तब्लीगी जमात के सदस्यों को क्वारंटाइन करने के लिए दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती किये जाने की बात कहि गई थी लेकिन तब्लीगी जमात का आरोप है कि क्वारंटाइन के नाम पर जमात के लोगों को अवैध रूप से हिरासत में रखा गया।
इस मामले में हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर तब्लीगी जमात से संबंधित सभी व्यक्तियों को तत्काल रिहा करने की मांग की गई है। इस याचिका में आरोप लगाया गया कि क्वारंटाइन सेंटर के नाम पर उन्हें 35 दिनों से ज्यादा समय तक हिरासत में रखा गया है। मामले में सुनवाई कल होगी।
गौरतलब है कि दिल्ली के निजामुद्दीन मर्कज़ में 13 से 15 मार्च तक एक धार्मिक आयोजन किया गया था। जिसमें करीब 2000 लोगों ने हिस्सा लिया था। लॉकडाउन के एलान के बाद पुलिस की जानकारी में निजामुद्दीन मर्कज़ में लोगों के फंसे होने का मामला प्रकाश में आया।
इसके बाद निजामुद्दीन मर्कज़ में मौजूद अन्य इलाको के लोगों को निकालकर उन्हें क्वारंटाइन किये जाने के लिए दिल्ली सरकार की तरफ से दिल्ली के अलग अलग अस्पतालों में भर्ती किये जाने की बात कही गई थी।
तब्लीगी जमात के लोगों का कहना है कि कई जगह क्वारंटाइन की अवधि पूरी होने के बावजूद भी रिहा नहीं किया गया। आरोप है कि कोरोना संक्रमण की आड़ में तब्लीग से जुड़े लोगों को अवैध हिरासत में रखा गया है।