73 साल में पहली बार अर्थव्यवस्था और आम आदमी की कमर टूटी: सुरजेवाला
नई दिल्ली। कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था सहित कई मुद्दों पर एक बार फिर सरकार पर सवाल दागे हैं। कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, ‘संसद में प्रश्नकाल को समाप्त करके, सरकार प्रासंगिक सवालों के जवाब देने से डर रही है। मोदी सरकार चीन द्वारा भारतीय क्षेत्र में की गई घुसपैठ, भारतीय अर्थव्यवस्था का कुप्रंबधन, जीडीपी गिरने और 12 करोड़ से अधिक नौकरी के नुकसान का जवाब नहीं देना चाहती।’
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ’73 साल में पहली बार ‘अर्थव्यवस्था और आम आदमी’, दोनों की कमर टूट गई है। ‘आर्थिक तबाही व वित्तीय आपातकाल’ में धकेल रहे हैं। इसका सबूत देश की धड़ाम गिरी जीडीपी है। ‘नोटबंदी-जीएसटी-देशबंदी’ मास्टर स्ट्रोक नहीं, असल में ‘डिजास्टर स्ट्रोक’ हैं।’
सुरजेवाला ने कहा कि आर्थिक बर्बादी के चलते 40 करोड़ हिंदुस्तानी गरीबी रेखा से नीचे धकेले जा रहे हैं। भयानक आर्थिक मंदी के बीच 80 लाख लोगों ने EPFO से 30,000 करोड़ मजबूरन निकाले। अप्रैल से जुलाई, 2020 के बीच 2 करोड़ नौकरीपेशा लोगों की नौकरियां चली गईं है।
उन्होंने कहा कि बैंकों को सरकार की बात पर विश्वास नहीं और सरकार को रिज़र्व बैंक ऑफ इंडिया पर। प्रांतों को केंद्रीय सरकार की बात पर विश्वास नहीं और जनता को सरकार पर विश्वास नहीं। चारों तरफ केवल अविश्वास का माहौल है। एक तरफ महंगाई की मार, दूसरी ओर सरकारी टैक्सों की भरमार और तीसरी ओर मंदी की मार – तीनों मिलकर आम आदमी की कमर तोड़ डालेंगे।
वहीँ इससे पहले पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक वीडियो संदेश में नोटबंदी को लेकर सरकार की विफलता पर निशाना साधा है। उन्होंने अपने वीडियो में सरकार के नोट बंदी के फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर नोट बंदी से देश की गरीब जनता को क्या फायदा पहुंचा? उन्होंने सरकार के दावों पर सवाल उठाते हुए कहा कि क्या काला धन वापस आया ?