बिहार में भी सौदेबाज़ी का भय: सुरजेवाला और अविनाश पाडें को सौंपी गई ज़िम्मेदारी

बिहार में भी सौदेबाज़ी का भय: सुरजेवाला और अविनाश पाडें को सौंपी गई ज़िम्मेदारी

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा के चुनाव परिणाम कल यानि दस नवंबर को आएंगे। मध्य प्रदेश की तर्ज पर बिहार में भी कांग्रेस को सौदेबाज़ी और खरीद फरोख्त की कोशिशों की आशंका है। इसलिए पार्टी पहले से ही सतर्क है।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पार्टी के दो महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और अविनाश पांडे को बिहार की ज़िम्मेदारी सौंपी है। पार्टी ने दोनों नेताओं को चुनाव के नतीजों के बाद हालात में प्रबंधन की जिम्मेदारी देकर बिहार में मौजूद रहने को कहा है।

पार्टी सूत्रों के मुताबिक विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद जीत दर्ज करने वाले सभी कांग्रेस विधायकों के साथ सुरजेवाला और अविनाश पांडे समन्वय बनाये रखेंगे। इतना ही नहीं जीतने वाले सभी विधायकों को तुरंत पटना बुला लिया जाएगा।

बिहार में चुनाव संपन्न होने के बाद मीडिया में आये एग्जिट पोल में महागठबंधन को बढ़त मिलने की उम्मीद जताई गई है। महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और वामपंथी दल शामिल हैं।

पार्टी सूत्रों के अनुसार एग्जिट पोल आने के बाद ही पार्टी ने बिहार के लिए रणनीति बनाना शुरू कर दिया था। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बिहार के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल सहित बिहार प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष आदि से बातचीत की थी। अंततः फैसला हुआ कि बिहार में सौदेबाज़ी और खरीद फरोख्त की संभावनाओं को देखते हुए पार्टी के दो महासचिवों को सत्ता के गठन तक बिहार में रुकने को कहा जाए।

बिहार में विधानसभा 243 सीटें हैं। जिन पर तीन चरणों में चुनाव संपन्न हुए हैं। चुनाव के नतीजे दस नवंबर को आएंगे। राज्य में सरकार बनाने के लिए बहुमत का आंकड़ा 122 है।

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TeamDigital