सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने अफवाहों का किया खंडन, नहीं बन रहा बाबरी हॉस्पिटल
नई दिल्ली। अयोध्या में 5 अगस्त को राम मंदिर निर्माण के लिए हुए भूमि पूजन के बाद सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुई एक अफवाह में दावा किया जा रहा था कि सरकार की तरफ से मस्जिद बनाने के लिए सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड को मिली 5 एकड़ ज़मींन पर मस्जिद की जगह बाबरी हॉस्पिटल बनाया जाएगा।
पिछले दो दिनों से सोशल मीडिया पर सुर्ख़ियों में आयी इस भ्रामक अफवाह का सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने खंडन किया है। सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने मस्जिद की जगह बाबरी हॉस्पिटल बनाये जाने की बात को महज अफवाह बताकर ख़ारिज कर दिया है।
सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने शुक्रवार को कहा कि मस्जिद निर्माण के लिए यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने एक 15 सदस्यीय ट्रस्ट का गठन किया है, जिसका नाम इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन रखा गया है। बोर्ड ने कहा कि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन अयोध्या में मिली पांच एकड़ भूमि पर मस्जिद, अस्पताल, रिसर्च सेंटर सहित अन्य जरूरी सुविधाएं विकसित करेगा।
सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने सोशल मीडिया पर झूठे दावे के साथ शेयर की जा रही खबरों का खंडन किया है। बोर्ड ने कहा कि सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने मस्जिद के लिए रौनाही के धनीपुर गांव में मिली ज़मीन पर बाबरी हॉस्पिटल बनाने और उसका इंचार्ज डा कफील को बनाने जैसा कोई निर्णय नहीं लिया है।
सुन्नी वक़्फ़ बोर्ड ने मीडिया को इस आशय की जानकारी भी दी कि इंडो इस्लामिक कल्चरल फाउंडेशन की तरफ से मीडिया में बयान देने के लिए सिर्फ सचिव /प्रवक्ता अथर हुसैन को ही अधिकृत किया गया है।