कर्नाटक के पूर्व सिद्धारमैया का बयान: 2019 के लोकसभा चुनाव में नहीं होना चाहिए था गठबंधन
बेंगलुरु। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता सिद्धारमैया ने 2019 के लोकसभा चुनाव में कर्नाटक में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के लिए जनता दल सेकुलर से गठबंधन को ज़िम्मेदार ठहराया है।
सिद्धारमैया ने कहा कि कर्नाटक में कांग्रेस कम से कम 7 सीटें जीत सकती थीं लेकिन जनता दल सेकुलर से गठबंधन का खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा कि मैंने चुनाव से पहले भी कहा था कि राज्य में लोकसभा चुनाव कांग्रेस बिना किसी से गठबंधन किये लडे लेकिन मेरी बात को तरजीह नहीं दी गई।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हम जेडीएस के साथ मिलकर चुनाव लड़ें या अलग अलग लड़ें, हमारे वोट जेडीएस को और जेडीएस के वोट कांग्रेस को ट्रांसफर नहीं हो सकते। बता दें कि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने राज्य की कुल 28 सीटों में से 25 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीँ कांग्रेस और जेडीएस को एक एक सीट पर ही जीत हासिल हुई थी।
गौरतलब है कि 2018 के विधानसभा चुनाव के बाद कर्नाटक में जेडीएस के नेतृत्व वाली कुमार स्वामी सरकार में कांग्रेस भी शामिल थी लेकिन कांग्रेस और जेडीएस विधायकों के इस्तीफे के बाद राज्य की कांग्रेस जेडीएस सरकार गिर गई और बीजेपी ने अपनी सरकार बना ली।
इस बीच अभी हाल ही में कांग्रेस ने प्रदेश नेतृत्व में परिवर्तन करते हुए डी के शिवकुमार को नेतृत्व सौंपा है। डी के शिवकुमार को प्रदेश कांग्रेस की ज़िम्मेदारी मिलने के बाद कहा जा रहा है कि कांग्रेस से इस्तीफा देकर बीजेपी में गए कुछ विधायक पार्टी में वापस आना चाहते हैं। अभी हाल ही में पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने भी एक कार्यक्रम में यह दावा किया था कि बीजेपी के कुछ विधायक उनके सम्पर्क में हैं।