नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं: Rahul Gandhi

नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं: Rahul Gandhi

अलवर राजस्थान: राहुल गांधी ने अपनी सभा में संबोधित करते हुए कहा कि यह यात्रा कई महीने से चल रही है केरला कर्नाटक आंध्र तमिलनाडु मध्य प्रदेश राजस्थान से होती हुई अलवर तक पहुंची है। उन्होंने कहा आगे उन्होंने कहा मुझे कभी-कभी रास्ते पर अपने दूसरे प्यारे मित्र भी मिल जाते हैं आमतौर पर वे मित्र बीजेपी के ऑफिस के ऊपर खड़े होते हैं।

जब मैं उनके पास से निकलता हूं तो वह मुझे हाथ बांधकर टकटकी लगाए देखते रहते हैं। मैं उनकी तरफ हाथ हिलाता हूं इसके जवाब में वह भी मुझे इशारा करना चाहते हैं लेकिन उनके ऊपर बैठे सीनियर नेताओ ने उनके हाथ बांध रखे हैं। जब मैं थोड़ा और हाथ हिलाता हूं तो इसके जवाब में उनमें से एक हाथ मेरी तरफ मिलता है इसके बाद फिर मैं उन्हें फ्लाइंग किस देता हूं।

इसके बाद राहुल गांधी ने कहा की वे लोग मुझेसे हाथ के इशारे से पूछते हैं की तुम क्या कर रहे हो । इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा कि मैं “नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान खोल रहा हूं” जिसको सुनकर दर्शकों में एक जोश भर गया और तालियों की गड़गड़ाहट से पूरी महफिल गूंज उठी।

राहुल गांधी ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि आप मुझे गाली दो, आप मुझसे नफरत करो, यह आपके दिल की बात है।आपका बाजार नफरत का है उसमें मैं मेरी दुकान मोहब्बत की है। राहुल गांधी ने देश की आजादी के लिए कुर्बानी देने वाले शख्सियत का नाम लेते हुए कहा कि हम कौन होते हैं मोहब्बत बांटने वाले मोहब्बत तो आजादी के लिए लड़ने वाले सिखाकर गए हैं। हम तो बस उनके नक्शे कदम पर चलने की कोशिश कर रहे हैं।

इसके बाद राहुल गांधी ने बीजेपी के नेताओं से कहा कि आप भी मेरे साथ आइए और इस नफरत भरे बाजार में मोहब्बत की दुकान खोलिए। क्योंकि हमारा देश मोहब्बत का देश है नफरत का नहीं। राहुल ने कहा कि राजस्थान में चिकित्सा को लेकर बहुत अच्छी सुविधाएं हैं जब मैने यात्रा शुरू की तो लोगों ने मुझसे मेडिकल को लेकर मदद मांगी है लेकिन राजस्थान में मुझे यह सब देखने को नहीं मिला। राजस्थान में चिरंजीवी स्कीम ने लाखों लोगों को मेडिकल सुविधा दी है जिससे उनके अंदर का डर निकल गया।

राहुल गांधी ने बीजेपी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि बीजेपी के नेता जहां पर भी जाते हैं वह इंग्लिश ना पढ़ने और ना बोलने को लेकर बयानबाजी करते हैं लेकिन जब कभी आप उनसे पूछेंगे कि आपका बेटा कहां जाता है तो एक ही जवाब आएगा कि मेरा बेटा इंग्लिश मीडियम में जाता है। राहुल गांधी ने कहा कि मैं हिंदी का विरोध नहीं करता लेकिन अपनी भाषा के साथ-साथ अंग्रेजी का भी ध्यान रखना चाहिए।

 

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