पश्चिम बंगाल में जीतेगी तो ममता दीदी ही: शिवसेना
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में अगले वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले जहां बीजेपी अपने हर तरह के दांव पेंच आज़मा रही है वहीँ बुधवार को बीजेपी ने ममता बनर्जी पर चौतरफा हमला बोला।
भारतीय जनता पार्टी के कई नेताओं के एक ही दिन में पश्चिम बंगाल सरकार और ममता बनर्जी पर सीधे हमले किये। पश्चिम बंगाल बीजेपी के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि , “ममता बनर्जी के नेतृत्व में बंगाल में चुनाव डर और आतंक के माहौल में होंगे। बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगे नहीं तो चुनाव आयोग ज़िम्मेदारी ले कि बंगाल में निर्भीकता से चुनाव हों। राज्य शासन की मशीनरी का उपयोग चुनाव में न हो। केंद्रीय मशीनरी चुनाव करवाएं।”
कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि, “बंगाल में इनकी (TMC) ज़मीन खिसक गई है। भाजपा ने जमीन पर मजबूत काम किया है। इससे निराश होकर वह (ममता बनर्जी) डर पैदा करना चाहती है। पिछले 8 दिनों में हमारे 5 कार्यकर्ताओं की हत्या हुई। लेकिन हमारे कार्यकर्ता साहस के साथ काम कर रहें है।”
वहीँ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा बीजेपी को चंबल का डकैत कहने पर बीजेपी सांसद रूपा गांगुली ने कहा, “ममता बनर्जी की बातों का प. बंगाल पर अब कोई खास असर नहीं रहा। दुख की बात है कि CM होते हुए भी उनकी बात करने के ढंग पर हंसी-मज़ाक होता है। उनके आखिरी कुछ दिन बचे हैं ऐसे में वो खुद को हंसी का पात्र न बनाएं तो बेहतर है।”
दूसरी तरफ ममता बनर्जी और बीजेपी के बीच चल रहे ज़ुबानी युद्ध में शिवसेना ने एंट्री लेते हुए असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम पर हमला बोला है। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि, “ममता दीदी का अनुभव बड़ा है देश में जिस तरह से आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) चुनाव लड़ रही है और वोटों का बंटवारा करने की जो मशीन उसने लगाई है। देश के मन में जरूर ये आशंका पैदा होती है कि आपका (AIMIM) एजेंडा क्या है। लेकिन मुझे लगता है आप कुछ भी करो प. बंगाल में जीतेगी तो ममता दीदी ही।”
इससे पहले किसान आंदोलन को लेकर शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि सरकार अगर चाहती तो किसानों के साथ बैठकर आधे घंटे में यह मसला खत्म कर सकती है। प्रधानमंत्री जी खुद हस्तक्षेप करेंगे तो यह पांच मिनट में हल हो जाएगा। मोदी जी इतने बड़े नेता हैं उनकी बात सब लोग मानेंगे। आप (PM) खुद बात कीजिए, देखिए क्या चमत्कार होता है।