शिवसेना ने की राहुल की तारीफ़, कहा ‘आने वाले खतरे को लेकर किया सरकार को आगाह’

शिवसेना ने की राहुल की तारीफ़, कहा ‘आने वाले खतरे को लेकर किया सरकार को आगाह’

नई दिल्ली। महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार को नेतृत्व दे रही शिवसेना ने कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की तारीफ़ करते हुए कहा है कि उन्होंने कोरोना संकट के समय ज़िम्मेदाराना रुख दिखाया है।

शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में कहा कि राहुल गांधी ने वक़्त से पहले कोरोना के रूप में आने वाले खतरे को लेकर सरकार को आगाह कर दिया था और वे लगातार चिकित्सा से जुड़े आवश्यक उपकरणों, सुविधाओं और कोरोना टेस्ट की संख्या कम होने को लेकर सरकार को जरूरी कदम उठाने के लिए लगातार आगाह कर रहे हैं।

सामना के संपादकीय में कहा गया है कि राहुल ने जब कहा कि उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ मतातंर हो सकते हैं लेकिन यह वक्त लड़ने का नहीं है बल्कि महामारी के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की जरूरत का है, तब उन्होंने लोक हित में पक्ष रखा और राजनीतिक परिपक्वता दर्शाई।

समाना ने राहुल गांधी की तारीफ़ करते हुए लिखा कि ‘राहुल ने पहले ही कोरोना वायरस के खतरे को भांप लिया और सरकार को जरूरी कदम उठाने के लिए लगातार आगाह करते रहे। जब हर कोई मध्य प्रदेश में कांग्रेस सरकार को गिराने में व्यस्त था तब गांधी सरकार को कोरोना वायरस संकट से निपटने के लिए जगा रहे थे।’

इतना ही नहीं सामना ने संपादकीय में बीजेपी की खिंचाई भी की है। संपादकीय में कहा गया है कि राहुल गांधी के बारे में कुछ विचार हो सकते हैं। लेकिन राय तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह के बारे में भी है।

संपादकीय में आगे कहा गया कि भाजपा की आधी सफलता तो राहुल गांधी की छवि बिगाड़ने से ही है। यह आज भी जारी है लेकिन मौजूदा संकट में गांधी के रुख के लिए उनकी सराहना की जानी चाहिए। उन्होंने आदर्श आचार संहिता सामने रखी है कि किसी विपक्षी पार्टी को ऐसे संकट के वक्त कैसे बर्ताव करना चाहिए।

संपादकीय में राहुल गांधी द्वारा हाल ही में की गई प्रेस कांफ्रेंस का उल्लेख करते हुए कहा गया कि राहुल के विचार सुनने के बाद हमें लगता है कि प्रधानमंत्री मोदी को कोरोना वायरस संकट पर कम से कम एक बार सीधी वार्ता करनी चाहिए।

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TeamDigital