आज लोकसभा में पेश होगा नागरिकता संशोधन बिल, शिवसेना ने रखी अलग राय

आज लोकसभा में पेश होगा नागरिकता संशोधन बिल, शिवसेना ने रखी अलग राय

नई दिल्ली। गृहमंत्री अमित शाह आज लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश करेंगे। विपक्ष इस बिल का विरोध कर रहा है वहीँ पूर्वोत्तर के राज्यों में इस बिल को लेकर विरोध प्रदर्शन जारी है।

आज लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश होने के मद्देनज़र सत्तारूढ़ बीजेपी के अलावा कांग्रेस सहित कई विपक्षी दलों ने अपने सांसदों को व्हिप जारी किया है।

इस बीच शिवसेना ने नागरिकता संशोधन बिल पर अलग राय रखते हुए मोदी सरकार चुनौती दी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने सोमवार को ट्वीट किया कि ‘अवैध नागरिकों को बाहर करना चाहिए, हिंदुओं को भारत की नागरिकता देनी चाहिए। लेकिन उन्हें कुछ समय के लिए वोटिंग का अधिकार नहीं देना चाहिए. क्या कहते हो अमित शाह? और कश्मीरि पंडितों का क्या हुआ, क्या 370 हटने के बाद वो वापस जम्मू-कश्मीर में पहुंच गए?’

वहीँ नागरिकता संशोधन बिल के विरोध में असम में सोमवार को 16 संगठनों ने 12 घंटे का बंद बुलाया है। इसके अलावा आदिवासी छात्रों ने भी इस बंद का समर्थन किया है, असम के अलावा अन्य राज्यों में भी बिल के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है।

सीपीआई (एम) की ओर से नागरिकता कानून में दो बदलाव करने की मांग की गई है, इसमें चिन्हित देशों की जगह सभी पड़ोसी देशों का नाम जोड़ने की बात कही है। इसके अलावा भारत सभी नागरिकों के लिए है और वसुधैव कुटुम्बकम की नीति पर चलने की मांग की गई है।

आज 12 बजे लोकसभा में नागरिकता संशोधन बिल पेश होगा। इस दौरान संसद में हंगामे के आसार बनते दिख रहे हैं। नागरिकता संशोधन बिल को लेकर कल कांग्रेस ने एक अहम बैठक आयोजित की थी। इस बैठक के बाद कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने एलान किया कि कांग्रेस पार्टी इस बिल का चौतरफा विरोध करेगी।

इस बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि वे इस बात से पूरी तरह सहमत हैं कि धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव नहीं होना चाहिए। एक चैनल से बातचीत में राजनाथ सिंह ने कहा कि मुस्लिम देशो में भारतीयों का उत्पीड़न हो रहा है।

इसलिए विपक्ष कर रहा विरोध:

गौरतलब है कि मोदी सरकार ने पिछले कार्यकाल (जनवरी में) इस बिल को लोकसभा में पास करा लिया था लेकिन विपक्षी दलों के विरोध और सरकार के पास बहुमत के अभाव के चलते यह बिल राज्यसभा में बिल अटक गया था।

नागरिकता संशोधन बिल को लेकर विपक्ष का कहना है कि यह बिल धार्मिक आधार पर भेदभाव को दर्शाता है। इसमें साफ़तौर पर गैर मुस्लिमो को नागरिकता देने का साफ़ साफ़ ज़िक्र है। नागरिकता संशोधन विधेयक को लेकर असम सहित पूर्वोत्तर के कई राज्यों में प्रदर्शन भी हुए हैं।

कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी नागरिकता संशोधन विधेयक का विरोध करेगी क्यों कि यह बिल भारत के संविधान, सेकुलर ढाँचे, परम्परा और संस्कृति के खिलाफ है।

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TeamDigital