चुनाव चिन्ह फ्रीज होने से शिवसेना नाराज़, अब चुनाव आयोग से मांगा ये चुनाव चिन्ह
मुंबई। शिवसेना के चुनाव चिन्ह पर शिंदे गुट द्वारा दावा किये जाने से बाद चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह तीर कमान को फ्रीज कर दिया है। अंधेरी ईस्ट विधानसभा के उपचुनाव में दोनों गुटों को यह चुनाव चिन्ह नहीं दिया जाएगा।
चुनाव आयोग के फैसले पर शिवसेना ने कड़ी नाराज़गी जताई है। शिवसेना ने कहा कि चुनाव आयोग ने फैसला लेने से पहले हमारे साथ कोई चर्चा नहीं की। चुनाव आयोग द्वारा विधानसभा के उपचुनाव में चुनाव आयोग द्वारा शिवसेना के तीर कमान चुनाव चिह्न को फ्रीज करने पर शिवसेना सांसद अरविंद सावंत (ठाकरे गुट) ने कहा कि बिना सुनवाई, बिना जांच के इन्होंने हमारे चुनाव चिह्न को फ्रीज कर दिया है। देश तानाशाही की तरफ जा रहा है। संविधान की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। हम बॉम्बे हाईकोर्ट जाएंगे।
शिवसेना पार्टी के चुनाव चिन्ह पर उद्धव गुट की नेता और मुंबई की पूर्व मेयर किशोरी पेडनेकर ने रविवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि हम लोग सोचेंगे कि कौन सा चिन्ह लेना चाहिए और कौन से चिन्ह को केंद्र और राज्य की मान्यता है उसमें से एक चिन्ह हम लेकर चलेंगे। आज शाम उद्धव ठाकरे लोगों से बात करेंगे तब सारी चीजें और साफ होंगी।
अब ये चुनाव चिन्ह मांगेगी शिवसेना:
अँधेरी विधानसभा के उपचुनाव में शिवसेना का चुनाव चिन्ह फ्रीज होने के बाद अब शिवसेना चुनाव आयोग को तीन चुनाव चिन्ह दिए हैं। पार्टी ने कहा कि इन तीन चुनाव चिन्हो में से उसे एक चुनाव चिन्ह दिया जाए।
रविवार को शिवसेना सांसद अरविन्द सावंत ने बताया कि चुनाव आयोग ने हमारे चुनाव चिन्ह को सील कर दिया है। उन्होंने हमें चिन्हों के सुझाव मांगे थे जिस पर उद्धव ठाकरे ने ‘त्रिशूल’, ‘मशाल’ और ‘उगता हुआ सूरज’ चिन्ह चुनाव आयोग को दिए हैं। चुनाव आयोग तय कर चुनाव चिन्ह देगा।
3 नवंबर को होना है मतदान:
महाराष्ट्र में मुंबई की अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर 3 नवंबर को मतदान होना है। शिंदे धड़े की सहयोगी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शिवसेना विधायक रमेश लटके के निधन के कारण होने वाले उपचुनाव के लिए बृहन्मुंबई नगर निगम में पार्षद मुरजी पटेल को मैदान में उतारने का फैसला किया है।
वहीँ शिवसेना (उद्धव ठाकरे) की तरफ से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) और कांग्रेस के समर्थन से दिवंगत विधायक रमेश लटके की पत्नी रुजुता लटके को उम्मीदवार बनाने का फैसला है। रजुता लटके महाविकास अघाड़ी का समर्थन प्राप्त है।