शिवसेना का सरकार पर वार: इतनी ताकत चीन सीमा पर दिखाते तो चीनी सैनिक लद्दाख में नहीं घुसते

शिवसेना का सरकार पर वार: इतनी ताकत चीन सीमा पर दिखाते तो चीनी सैनिक लद्दाख में नहीं घुसते

मुंबई। कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानो का शिवसेना ने समर्थन किया है। शिवसेना ने किसानो पर पुलिस कार्रवाही की निंदा करते हुए सरकार की घेराबंदी की है।

शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि “किसान आंदोलन विश्व को एक संदेश है। लाखों-करोड़ों किसान दिल्ली की सीमा पर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं, लेकिन आप उन्हें आतंकवादी, खालिस्तानी बोलते हो। ये पूरे विश्व के किसानों का अपमान है।”

उन्होंने किसानो पर पुलिस कार्रवाही को लेकर सवाल उठाते हुए कहा कि “आप किसानों पर इतना बल प्रयोग कर रहे हो, आंसू गैस छोड़ रहे हो, लाठियां बरसा रहे हो, बंदूकें तान कर खड़े हो। अगर आप ये बल प्रयोग चीन की सीमा पर करते तो लद्दाख में चीनी नहीं घुसते।”

वहीँ शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना में भी भारतीय जनता पार्टी और मोदी सरकार पर बड़ा हमला बोला है। सामना के संपादकीय में लिखा कि दिल्ली की सीमाओं पर हमारे किसानों के साथ आतंकवादियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है और उनपर हमला किया जा रहा है जबकि आतंकवादी हमारे जवानों को कश्मीर में सीमाओं पर मार रहे हैं।

संपादकीय में आगे कहा गया कि ‘भाजपा अराजकता पैदा करना चाहती है। खालिस्तान एक बंद अध्याय है, जिसके लिए इंदिरा गांधी और जनरल अरुणकुमार वैद्य ने अपने प्राण न्यौछावर किए।’ सामना में आगे कहा गया, ‘सरकार राजनीतिक विरोधियों को कुचलने के लिए अपनी पूरी ताकत लगा रही है, लेकिन देश के दुश्मनों से निपटने के लिए उसकी यह दृढ़ता क्यों नहीं दिखती।’

संपादकीय में कहा गया कि पिछले एक महीने में सीमाओं पर दुश्मनों से लड़ते हुए महाराष्ट्र के 11 सैनिक शहीद हुए। गुजरात में ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह द्वारा निर्मित’ सरदार पटेल की विशाल प्रतिमा का जिक्र करते हुए ‘सामना’ ने अपने संपादकीय में कहा कि पटेल किसानों के नेता थे और उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ कई किसान आंदोलनों का नेतृत्व किया था। किसानों के साथ हो रहे बर्ताव को देख उनकी प्रतिमा की आंखे जरूर नम हो गई होंगी.”

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TeamDigital