शाहीन बाग़: प्रदर्शनकरियों में नहीं बनी एक राय, फिर बंद किया नोएडा-फरीदाबाद मार्ग
नई दिल्ली। शनिवार को शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों के साथ वार्ताकार साधना रामचंद्रन की चौथी बार की बातचीत बेनतीजा खत्म होने के बाद कुछ लोगों ने नोएडा-फरीदाबाद मार्ग से बेरिकेटिंग हटा दी और रास्ता खोल दिया, लेकिन कुछ देर बाद ही यह रास्ता फिर से बंद कर दिया गया है।
गौरतलब है कि शाहीन बाग़ में पिछले दो महीने से अधिक समय से सड़क पर प्रदर्शन कर रहे लोगों से बातचीत के ज़रिये रास्ता खुलवाने के लिए सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त किए गए वार्ताकारों संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन में शाहीन बाग़ के प्रदर्शनकारियों से लगातार चार दिनों तक बातचीत की, लेकिन बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला है।
रास्ता खोलने के मुद्दे पर प्रदर्शनकारियों में एक राय नहीं बन सकी और रास्ता खोलने को लेकर प्रदर्शनकारी दो गुटों में बंटे नज़र आये। दोनों गुटों में रास्ता खोलने को लेकर काफी देर बहस हुई। इस दौरान एक गुट के कुछ लोगों ने बेरिकेटिंग हटाकर रास्ता खोल दिया।
वहीँ रास्ता खोलने का दूसरे गुट ने विरोध किया और अंततः यह तय हुआ कि रास्ता खोलने को लेकर कोई जल्दबाज़ी नहीं की जायेगी। इस मामले में प्रदर्शन से जुड़े संगठन के लोग आपस में बात करके तय करेंगे।
इस मामले में दिल्ली पुलिस ने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने कालिंदी कुंज के लिए एक सड़क का एक छोटा सा हिस्सा खोला ताकि स्थानीय लोग अपने दो पहिया वाहनों के साथ वहां से गुजर सकें, लेकिन यह रास्ता फिर से बंद कर दिया गया है।
पुलिस उपायुक्त (साउथ-ईस्ट) आर पी मीणा ने कहा, “शाम के वक्त शाहीन बाग में सड़क संख्या 9 को प्रदर्शनकारियों के एक समूह द्वारा खोला गया लेकिन उसके तुरंत बाद दूसरे समूह द्वारा बंद कर दिया।”
गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट ने शाहीन बाग के बंद रास्ते को खुलवाने के लिए आंदोलनकारियों से बातचीत के लिए मध्यस्थों की नियुक्ति की है। वार्ताकार संजय हेगड़े और साधना रामचंद्रन अब तक चार बार प्रदर्शनकारियों से बातचीत कर चुके है लेकिन कोई समाधान नहीं निकल सका है। अब इस मामले में सोमवार को सुप्रीमकोर्ट में सुनवाई होनी है।