बीजेपी नेताओं की भाषा पर पीएम मोदी मौन, शाहीन बाग़ को बताया राजनीतिक डिजायन

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार के लिए पीएम नरेंद्र मोदी ने आज दिल्ली के कड़कड़डूमा में आयोजित भारतीय जनता पार्टी की रैली को संबोधित किया। इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित बीजेपी नेताओं द्वारा चुनावी सभाओं में इस्तेमाल की गई भाषा पर ख़ामोशी बनाये रखी वहीँ शाहीन बाग़ में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रोटेस्ट को राजनीतिक डिजायन करार दिया।
शाहीन बाग़ प्रदर्शन को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि क्या शाहीन बाग का प्रदर्शन संयोग है? उन्होंने कहा कि यह नागरिकता कानून के खिलाफ विरोध नहीं, बल्कि एक राजनीतिक डिजाइन है।
उन्होंने कहा कि CAA से हिंदुओं, सिखों और ईसाइयों को नागरिकता का अधिकार कितने साल बाद मिला? 70 साल बाद। शहीद जवानों के लिए देश में नेशनल वॉर मेमोरियल कितने साल बाद बना? 50-60 साल बाद के बाद बना।
पीएम मोदी ने विपक्ष का नाम लिए बिना आरोप लगाया कि लोग वोट बैंक की राजनीति से नाराज हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली सिर्फ एक शहर नहीं हैं, बल्कि ये हमारे हिंदुस्तान की धरोहर है। ये भारत के भिन्न भिन्न रंगो को एक जगह समेटे हुए एक जीवित परंपरा है। ये दिल्ली सबका स्वागत करती है, सत्कार करती है।
पीएम मोदी ने कहा कि 20 साल बहुत कुछ आपने देख लिया है, बहुत बर्बादी आप देख चुके हैं, अब एक ही रास्ता बचा है। अब दिल्ली में भाजपा का आना बहुत जरूरी है। जब दिल्ली में भाजपा की सरकार बनेगी, तो देशभर में हम जो काम कर रहे हैं, वो काम हम दिल्ली में भी आसानी से कर पाएंगे।
उन्होंने कहा कि दिल्ली ने भाजपा को मजबूती दी है, भाजपा जो कहती है करती है। भाजपा के लिए देशहित सबसे ऊपर है। 8 फरवरी को पड़ने वाला आपका हर वोट सिर्फ सरकार बनाने के लिए नहीं बल्कि इस दशक में दिल्ली के विकास को नई ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए होगा।
बीजेपी नेताओं की भाषा पर मौन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बीजेपी के उन नेताओं की भाषा पर आज भी मौन रहे जिन्होंने प्रचार के दौरान सारी मर्यादाएं ताक पर रख दी हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर, बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा के बाद अब केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने भी भाषा की मर्यादा को तार तार कर दिया है।
गौरतलब है कि सोमवार को एक प्रेस कॉन्फेंस में प्रकाश जावड़ेकर ने कहा, ” केजरीवाल अब एकदम मासूम चेहरा करके पूछ रहे हैं कि क्या मैं आतंकवादी हूं, आप आतंकवादी हो इसके बहुत सबूत हैं। आपने खुद कहा था कि मैं अराजकवादी हूं। अराजकवादी और आतंकवादी में बहुत ज्यादा अंतर नहीं होता है।”
उन्होंने कहा कि पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान मोगा में केजरीवाल खालिस्तान कमांडो फोर्स के आतंकी कमांडर गुरिंदर सिंह के घर पर रात भर रुके थे। जावड़ेकर ने कहा कि आप जानते थे कि यह एक उग्रवादी का घर था। फिर भी, आप वहाँ रहे। आपको और कितने सबूतों की जरूरत है?
जावड़ेकर के बयान पर पलटवार करते हुए आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने भाजपा को चुनौती दी कि अगर अरविंद केजरीवाल आतंकवादी हैं तोउन्हें गिरफ्तार करे।
संजय सिंह ने कहा, ”ये सब हमारे देश की राजधानी में हो रहा है जहां केंद्र सरकार बैठती है, चुनाव आयोग मौजूद है। एक केंद्रीय मंत्री को इस तरह के बयान देने की इजाजत कैसे मिल सकती है। अगर अरविंद केजरीवाल आतंकवादी हैं तो मैं बीजेपी को चुनौती देता हूं कि उन्हें गिरफ्तार करे।”