शाहीन बाग़ में जूते-चप्पल रखकर प्रदर्शन, पेट्रोल बम फेंके जाने का आरोप

शाहीन बाग़ में जूते-चप्पल रखकर प्रदर्शन, पेट्रोल बम फेंके जाने का आरोप

नई दिल्ली। दिल्ली के शाहीन बाग़ में नागरिकता कानून के खिलाफ चल रहे प्रदर्शन के आज 97 वे दिन प्रदर्शनकारियों ने जनता कर्फ्यू का पालन किया। इस दौरान प्रदर्शनकारी महिलाओं ने प्रदर्शन जारी रखने का अनूठा तरीका इस्तेमाल किया।

जनता कर्फ्यू के चलते प्रदर्शन स्थल पर मात्र दो -चार महिलाएं मौजूद रहीं। शेष महिलाओं ने अपनी मौजूदगी दर्ज कराने और प्रदर्शन जारी रखने के लिए सांकेतिक तौर पर अपनी अपनी चप्पलें रखीं।

गौरतलब है कि कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनज़र आज देशभर में जनता कर्फ्यू का एलान किया गया है। राजधानी दिल्ली सहित देश के तमाम शहरो में सड़कें खाली पड़ी हैं। हमेशा व्यस्त रहने वाले दरिया गंज और जमा मस्जिद के इलाको में भी सन्नाटा पसरा है। शाहीन बाग में प्रोटेस्ट तो चल रहा है, लेकिन प्रदर्शन में सिर्फ 5 लोगों को धरने पर बैठने की अनुमति है।

इस बीच शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि आज विरोध प्रदर्शन वाली जगह पर एक पेट्रोल बम फेंका गया। जनता कर्फ्यू के कारण आज प्रदर्शन स्थल पर बैठी दो तीन महिलाओं ने दावा किया कि कुछ शरारती तत्वों ने प्रदर्शन स्थल पर पेट्रोल बम फेंक कर यहाँ लगे तम्बू और लकड़ी की चौकियों को ध्वस्त करने की कोशिश की।

दिल्ली में सन्नाटा पसरा:

देशभर में जनता कर्फ्यू लागू होने के कारण आज दिल्ली के व्यस्ततम इलाको में भी सन्नाटा पसरा है। जनता कर्फ्यू के दिन राजधानी दिल्ली की सड़कों पर सन्नाटा पसरा नज़र आया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए देशवासियों से आज अपने घरों में रहने की अपील की थी।

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TeamDigital