CAA, NRC के खिलाफ नाटक में भाग लेने वाले स्कूली बच्चे की मां पर राजद्रोह का केस

CAA, NRC के खिलाफ नाटक में भाग लेने वाले स्कूली बच्चे की मां पर राजद्रोह का केस

नई दिल्ली। कर्णाटक के बीदर जिले के एक स्कूल में आयोजित किये गए नाटक में भाग लेने वाले 09 साल के बच्चे की मां पर राजद्रोह का मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया गया है।

दो सप्ताह पहले शाहीन प्राइमरी एवं हाईस्कूल में स्कूल के बच्चो ने नागरिकता कानून और एनआरसी को लेकर आयोजित किये गए एक नाटक में भाग लिया था। इस नाटक को लेकर स्थानीय प्रशासन ने स्कूल के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज किया था।

इतना ही नहीं पुलिस ने इस नाटक के मंचन को लेकर स्कूल प्रवंधन से जुड़े लोगों और शिक्षकों से कई बार पूछताछ की। पुलिस को इससे भी संतुष्टि नहीं हुई तो उसने नाटक में भाग लेने वाले 09-10 साल की उम्र के बच्चो को भी थाने में ले जाकर पूछताछ की।

स्कूल से जुड़े लोगों का कहना है कि पुलिस ने स्कूल मैनेजमेंट से जुड़े लोगों के साथ साथ शिक्षकों को भी प्रताड़ित किया। यहाँ तक कि छोटे छोटे बच्चो को भी अपने साथ थाने ले जाकर उन्हें डराया धमकाया।

पुलिस बार बार एक ही सवाल पूछ रही है कि यह नाटक किसके कहने पर आयोजित किया गया। इसके पीछे कौन है ? जबकि एनआरसी और नागरिकता कानून को लेकर आयोजित इस नाटक में देशद्रोह जैसा कुछ नहीं था, यह मात्र एक भावुक सन्देश जैसा था।

स्कूल की एक शिक्षिका ने लोकभारत से फोन पर बातचीत में कहा कि हमने कभी ऐसा नहीं देखा कि एक नाटक के आयोजन पर छोटे छोटे बच्चो को पुलिस थाने बुलाकर प्रताड़ित करे और उनके मां-बाप पर ज़्यादती करे।

अपना नाम न छापने की शर्त पर शिक्षिका ने कहा कि छोटे छोटे बच्चे, जो यह नहीं जानते कि राजद्रोह क्या होता है। उन्हें भी पुलिस ने इस मामले में घसीट लिया है और बच्चो के मां-बाप के खिलाफ मामले दर्ज कर लिए हैं,जबकि इस नाटक में उनकी कोई भूमिका ही नहीं।

शिक्षिका ने कहा कि 30 जनवरी को ही स्कूल की हेड मिस्ट्रेस फरीदा बेगम को गिरफ्तार कर लिया गया था। उन पर राजद्रोह का मामला दर्ज किया गया है। वहीँ चौथी क्लास में पढ़ने वाले 09 साल के बच्चे की विधवा मां पर भी राजद्रोह का केस दर्ज कर उसे जेल में भेज दिया गया।

उन्होंने बताया कि इस नाटक में कक्षा चौथी, पांचवीं और छटवीं के बच्चो ने भाग लिया था, आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उन बच्चो की उम्र क्या रही होगी। शिक्षिका ने कहा कि इस नाटक को लेकर अखिल भारतीय विधार्थी परिषद और बीजेपी के दबाव में स्थानीय पुलिस काम कर रही है।

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TeamDigital