अवार्ड वापस करने राष्ट्रपति भवन जा रहे खिलाडियों को सुरक्षाबलों ने रोका
नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में शुरू हुए किसान आंदोलन के समर्थन में अपने अवार्ड वापस करने राष्ट्रपति भवन जा रहे खिलाडियों को सुरक्षाबलों ने पहले ही रोक दिया और उन्हें राष्ट्रपति भवन नहीं जाने दिया।
पूर्व रेसलर करतार सिंह ने बताया, “आज हम राष्ट्रपति जी को अपने सारे अवार्ड वापस करने जा रहे हैं और उनसे अनुरोध करेंगे कि कृषि कानून को वापस लें। उन्होंने कहा कि हम किसान आंदोलन का पूर्ण समर्थन करते हैं।
पद्म पुरुस्कार वापस लौटाएंगे पंजाबी कवि सुरजीत पातर:
इस बीच किसानो के आंदोलन के समर्थन में पंजाबी कवि सुरजीत पातर ने भी अपने पद्म पुरुस्कार को वापस करने का एलान किया है। उन्होंने कहा कि ‘मैं दिल्ली सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के साथ केंद्र सरकार के व्यवहार से आहत हूं। लगातार प्रयासों के बावजूद अब तक किसानों के लिए कोई निर्णायक उम्मीद नहीं बन पाई है। इसी वजह से किसानों के समर्थन में मैं अपना पद्म श्री पुरस्कार वापस कर रहा हूं।’
वहीँ अवार्ड वापसी के मुद्दे पर मध्य प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने आरोप लगाया कि जो लोग प्रदर्शन कर रहे हैं वो भाजपा विरोधी हैं और उन्हें किसानों से कोई लेना-देना नहीं है। अगर किसानों के हित में वो होते तो वे इसका कभी विरोध नहीं करते, इसका समर्थन करते।
उन्होंने कहा कि पहले भी अवार्ड वापिस हुए थे। ये जितने भी अवार्डी हैं उन्हें अवार्ड कैसे मिले हैं? भारत माता को गाली दो, देश के टुकड़े करो। ये तथाकथित बुद्धिजीवी, तथाकथित अवार्डी ये देशभक्त नहीं हैं!
अन्ना हज़ारे ने किया भारत बंद का समर्थन, कल रखेंगे मौन व्रत:
कल 8 दिसंबर को किसान यूनियनो द्वारा बुलाये गए भारत बंद का प्रमुख सामाजिक कार्यकर्त्ता अन्ना हज़ारे ने समर्थन किया है। अन्ना हज़ारे ने एलान किया कि वे किसानो की मांगो के समर्थन में कल मौन व्रत रखेंगे।