सिंधिया समर्थको को सता रहा टिकिट नहीं मिलने का डर, दिल्ली में जमाया डेरा

सिंधिया समर्थको को सता रहा टिकिट नहीं मिलने का डर, दिल्ली में जमाया डेरा

नई दिल्ली। विधानसभा की 24 सीटों के लिए उपचुनावों का एलान नहीं हुआ है लेकिन ज्योतिरादित्य सिंधिया समर्थको को अभी से अपना टिकिट कटने का डर सताने लगा है। सिंधिया समर्थको को डर है कि बीजेपी अपने वफादारों के आगे उनके टिकिट काट सकती है।

कमलनाथ सरकार में मंत्री रहीं इमरती देवी सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों की आशंकाओं को लेकर दिल्ली में बीजेपी के कद्दावर नेता और कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर से मिलने पहुंची। सूत्रों की माने तो इमरती देवी ने सिंधिया समर्थक पूर्व विधायकों की चिंता को नरेंद्र सिंह तौमर के समक्ष रखा और कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हुए सभी पूर्व विधायकों को उपचुनाव में टिकिट दिए जाने के लिए आश्वासन मांगा।

सूत्रों के मुताबिक इस समय सिंधिया समर्थक इमरती देवी के साथ कई पूर्व विधायकों ने दिल्ली में डेरा जमा लिया है। इन नेताओं में ग्वालियर ग्रामीण के पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष मोहन सिंह भी हैं जो खुद भी टिकिट की दावेदारी कर रहे हैं।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए पूर्व विधायकों ने उपचुनाव में टिकिट बीजेपी द्वारा टिकिट न देने की अटकलों के बीच कई बार ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी मुलाकात की है और वे टिकिट को लेकर ठोस आश्वासन चाहते हैं।

ये सभी नेता पहले भोपाल में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वीडी शर्मा से भी मिलकर अपनी चिंताओं से अवगत करा चुके हैं। इनमे से इमरती देवी ने तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से भी मुलाकात की थी।

सूत्रों ने कहा कि कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में गए पूर्व विधायकों का नेतृत्व खुद इमरती देवी कर रही हैं। सूत्रों ने कहा कि मध्य प्रदेश में कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने में इमरती देवी की महत्वपूर्ण भूमिका थी। वे सिंधिया की सबसे करीबी नेता मानी जाती हैं। ऐसे में कांग्रेस छोड़कर आये पूर्व विधायक उपचुनाव में बीजेपी के टिकिट को लेकर लगातार इमरती देवी से सवाल कर रहे हैं।

वहीँ दूसरी तरफ शिवराज मंत्रिमंडल का विस्तार होना है। सूत्रों ने कहा कि अपने समर्थको को समुचित स्थान न मिल पाने की संभावनाओं को देखते हुए ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह के बीच लगातार गहरी हो रही है।

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TeamDigital