सऊदी के सर्वोच्च मुफ़्ती का एलान, कोरोना प्रकोप जारी रहा तो घर पर ही पढ़नी होगी ईद की नमाज़
नई दिल्ली। सऊदी अरब के सर्वोच्च मुफ्ती ने कहा है कि यदि रमजान के दौरान नमाज़ घर पर ही अदा करें और यदि कोरोना संक्रमण का प्रकोप जारी रहता है तो ईद-उल-फ़ितर का त्यौहार घर पर ही मनाएं।
अलजज़ीरा ने एक सऊदी समाचार पत्र के हवाले से दावा किया है कि सऊदी अरब के सर्वोच्च धार्मिक अधिकार प्राप्त शेख अब्दुलअजीज अल शेख ने कहा कि कोरोनोवायरस को फैलने से रोकने के लिए किए गए उपायों के कारण मस्जिदें बंद होने की वजह से रमजान में तरावीह की नमाज़ घर पर अदा की जा सकती है।
सऊदी अख़बार ओकाज़ के मुताबिक मुफ्ती शेख अब्दुलअजीज अल-शेख ने एक सवाल के जवाब में कहा कि तरावीह की तरह ईद की नमाज के लिए भी यही बात लागू होती है।
गौरतलब है कि मार्च के मध्य में सऊदी अरब ने कोरोनो संक्रमण को फैलने से रोकने के प्रयासों के तहत मस्जिदों में आयोजित होने वाली 5 वक़्त की नमाज़ शुक्रवार को होने वाली जुमे की नमाज पर भी रोक लगा दी थी।
वहीँ गुरूवार को गुरुवार को, मदीना की मस्जिद की तरफ से एलान किया गया कि रमजान के दौरान शाम को इफ़्तार के आयोजन और वितरित नहीं किया जाएगा।
सऊदी अरब में अब तक COVID-19 के 6,380 मामलों की जानकारी सामने आयी है, और अब तक 83 मौतें हुई हैं। कोरोना संक्रमण के नए मामले बढ़ने के बीच रविवार को सऊदी अरब ने अनिश्चित काल के लिए कर्फ्यू लागू कर दिया। इस दौरान केवल बेहद आवश्यक कारणों से ही बाहर निकलने की अनुमति है।
सऊदी प्रशासन से जुड़े महत्वपूर्ण कर्मियों को भी इधर-उधर जाने की आंतरिक मंत्रालय से अनुमति लेनी होती है। नियम तोड़ने वालो, हिंसा करने वालों के लिए सऊदी प्रश्न ने जुर्माना और जेल भेजे जाने का एलान किया है।