संयुक्त किसान मोर्चे का पीएम मोदी को पत्र, रखी ये 6 मांगें

संयुक्त किसान मोर्चे का पीएम मोदी को पत्र, रखी ये 6 मांगें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा कृषि कानून वापस लिए जाने के बाद अब संयुक्त किसान मोर्चे ने पीएम मोदी को पत्र लिखा है और सरकार के समक्ष 6 मांगें रखीं हैं।

नई दिल्ली। संयुक्त किसान मोर्चा ने पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 6 मांगें रखीं हैं। इनमे सरकार को तुरंत किसानों से वार्ता बहाल करने, किसानों के खिलाफ दर्ज मामले वापस लेने, किसान आंदोलन के दौरान मृत किसानो के परिजनों को मुआवजा देने की व्यवस्था करने और पुनर्वास की व्यवस्था करने की मांग शामिल है।

रविवार को हुई संयुक्त किसान मोर्चे की बैठक के बाद पीएम नरेंद्र मोदी को भेजे गए पत्र में कहा गया है कि सरकार को तुरंत किसानों से वार्ता बहाल करनी चाहिए। जब तक वार्ता बहाल नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। पत्र में यह भी मांग की है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज मामले तुरंत वापस लिए जाने चाहिए।

संयुक्त किसान मोर्चे ने पत्र में पीएम मोदी द्वारा कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए किये गए एलान का हवाला देते हुए कहा कि आपके संबोधन में किसानों की प्रमुख मांगों पर ठोस घोषणा की कमी के कारण किसान निराश हैं। किसानों की मांग है कि कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मामले तुरंत वापस लिये जाने चाहिए।

पत्र में मांग की गई है कि कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन के दौरान जितने भी किसानों की मौत हुई है, उन सभी के निकट परिजनों को मुआवजा मिलना चाहिए। उनके परिवार का पुनर्वास करने की भी व्यवस्था केंद्र सरकार को करनी चाहिए।

गौरतलब है कि शुक्रवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने राष्ट्र के नाम अपने संदेश के दौरान तीनो कृषि कानून वापस लेने का एलान किया था। पीएम मोदी ने कहा था कि तीनो कृषि कानूनों की वापसी की प्रक्रिया संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान पूरी की जायेगी।

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TeamDigital