पार्टी में पायलट की वापसी, पद की लड़ाई नहीं सिर्फ वैचारिक मतभेद
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नई दिल्ली। राजस्थान के पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने आज शाम अपने समर्थक विधायकों के साथ पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात कर पार्टी में वापसी के संकेत दे दिए हैं। कांग्रेस का वॉर रूम कहे जाने वाले 12 गुरुद्वारा रकाबगंज रोड स्थित कार्यालय पर पहुंचे पायलट और उनके समर्थक विधायकों के साथ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी, संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल ने बात की।
बैठक के बाद मीडिया से रूबरू हुए सचिन पायलट ने कहा कि उनकी किसी के लिए कोई दुर्भावना नहीं है, बल्कि यह एक वैचारिक लड़ाई है। उन्होंने कहा कि हमने खुले माहौल में कांग्रेस नेताओं के समक्ष अपनी बात रखी है।
पायलट ने कहा कि हम सभी कांग्रेस के सिंबल पर चुनाव जीत कर आये थे। उन्होंने कहा कि मुझे पद की लालसा नहीं है, ये मान सम्मान और स्वाभिमान की बात है। पार्टी पद दे सकती है तो ले भी सकती है।
पायलट ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी द्वारा तीन सदस्यीय समिति के गठन का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हमने अपनी बात पार्टी नेताओं को बता दी है। हम पांच साल मेहनत करने के बाद सत्ता में आये थे। हम जो वादे सत्ता में करके आए थे, वो पूरा करेंगे। हमे उम्मीद है कि पार्टी ने जिस तरह हमारी बातो को गंभीरता से सुना है, उसी तरह वह समाधान भी करेगी।
सचिन पायलट ने कहा कि हमने हमेशा कोशिश की है कि जिनकी मेहनत से सरकार निर्माण हुआ है, उन लोगों की हिस्सेदारी, भागेदारी सुनिश्चित की जाए. मेरी शिकायत का समाधान होगा।