रुसी वैज्ञानिको ने किया कोरोना वायरस को खत्म करने का प्रभावी तरीका ढूंढने का दावा
नई दिल्ली। रूस के वैज्ञानिको ने दावा किया है कि उन्होंने कोरोना वायरस को खत्म करने का आसान और प्रभावी उपाय खोज लिया है। रूसी अख़बार आइज़वेस्तिया की रिपोर्ट के मुताबिक़, रूस के रिसर्च सेंटर स्कोलकोवा के वैज्ञानिकों ने बैक्टीरिया और वायरस को ख़त्म करने का एक बहुत ही प्रभावशाली तरीक़ा खोज निकाला है।
अख़बार के मुताबिक फ़िल्टर्ड पानी और कोल्ड प्लाज़्मा कोरोना वायरस कोविड-19 के लिए एक घातक हथियार साबित हुआ है। इस लिक्विड को “मैग्नारिल” नाम दिया गया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि इससे पूर्ण रूप से प्रोटीन नष्ट हो जाता है और सूखने के बाद सतह पर कुछ भी बाक़ी नहीं रहता है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि दुनाय में तेज़ी से फैल रही कोरोना वायरस की महामारी को हवा, मास्क और किसी भी सतह को कीटाणुरहित करना ज़रूरी है, जिस पर वायरस टिक सकता है।
इस शोध में शामिल रूसी वैज्ञानिक दिमित्री बालाबोलिन का कहना हैः विज्ञान ने यह साबित कर दिया है कि पानी में मौजूद एसिड सॉल्ट का 1/10 हिस्सा कोरोना वायरस के प्रसार को रोक सकता है। यह एसिड अपने नमक की तुलना में बहुत अधिक सक्रिय है, इसलिए यह माना जा सकता है कि यह तरल तुरंत सूख जाएगा। वायरस को फैलने से रोकने के बजाय मारना है। उनका यह भी दावा है कि एसिड का नमक वायरस को प्रजनन करने से भी रोक देता है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि विशेष रूप से बनाए गए इस तरल पदार्थ का उपयोग एंटीसेप्टिक के रूप में भी किया जा सकता है, जिसे विभिन्न प्रकार की सतहों पर लगाया जा सकता है या हवा में स्प्रे किया जा सकता है। इसे बनाने की लागत भी अपेक्षाकृत सस्ती होती है।
ग़ौरतलब है कि विश्व भर में फैलने वाली इस महामारी की रोकथाम के लिए शोधकर्ता कोई प्रभावी खोज पेश करने के लिए जी जान से प्रयास कर रहे हैं और यह शोध अभी जारी हैं, इसलिए कहा जा सकता है कि रूसी वैज्ञानिकों की इस खोज पर अभी अधिक शोध की आवश्यकता है और इस टीम को अपने अनुभवों को आगे बढ़ाना जारी रखना चाहिए।