अब आरएलपी ने कहा, “कृषि कानून वापस नहीं लिए तो छोड़ देंगे एनडीए, 8 को बुलाई आपात बैठक”

अब आरएलपी ने कहा, “कृषि कानून वापस नहीं लिए तो छोड़ देंगे एनडीए, 8 को बुलाई आपात बैठक”

नई दिल्ली। कृषि कानून अब सरकार के गले की फांस बनते जा रहे हैं। कृषि कानूनों के खिलाफ बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगी अकाली दल के बाद एनडीए में शामिल आरएलपी ने एनडीए छोड़ने की धमकी दी है।

आरएलपी के संयोजक हनुमान बेनीवाल ने कहा कि “प्रधानमंत्री को काले क़ानून वापिस ले लेने चाहिए अन्यथा RLP पार्टी NDA में रहेगी या नहीं इस पर हम 8 तारीख के बाद आपात बैठक बुला रहे हैं। आवश्यकता पड़ी तो किसानों के हक़ में लाखों लोग दिल्ली कूच करेंगे। हम भारत बंद का समर्थन करते हैं।”

हनुमान बैनीवाल पहले भी कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे किसानो के समर्थन में बयान दे चुके हैं। अभी हाल ही में उन्होंने किसान आंदोलन को सही ठहराते हुए सरकार से कृषि कानूनों को तुरंत वापस लेने की मांग की थी।

गौरतलब है कि आरएलपी ने 2019 का लोकसभा चुनाव बीजेपी से गठबंधन करके लड़ा था। राजस्थान में आरएलपी के 03 विधायक हैं। अभी हाल ही में आरएलपी के संयोजक हनुमान बैनीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को संबोधित करते हुए एक ट्वीट में कहा था कि ‘अमित शाह जी, देश में चल रहे किसान आंदोलन की भावना को देखते हुए हाल ही में कृषि से संबंधित लाए गए तीन विधेयकों को तत्काल वापिस लिया जाए व स्वामीनाथन आयोग की संपूर्ण सिफारिशों को लागू करें व किसानों को दिल्ली में त्वरित वार्ता के लिए उनकी मंशा के अनुरूप उचित स्थान दिया जाए!’

इतना ही नहीं नागौर से सांसद हनुमान बैनीवाल ने कहा कि ‘चूंकि आएलपी, एनडीए का घटक दल है परन्तु आरएलपी की ताकत किसान व जवान है, इसलिए अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो मुझे किसान हित में राजग का सहयोगी दल बने रहने के विषय पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।’

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