कृषि कानूनों पर एनडीए के एक और घटक दल ने जताई आपत्ति, कहा ‘सरकार तुरंत वापस ले’

कृषि कानूनों पर एनडीए के एक और घटक दल ने जताई आपत्ति, कहा ‘सरकार तुरंत वापस ले’

नई दिल्ली। कृषि कानूनों के विरोध में अकाली दल द्वारा एनडीए को अलविदा कहे जाने के बाद अब एक और घटक दल ने कृषि कानूनों पर आपत्ति जताते हुए मोदी सरकार से इन्हे तुरंत वापस लेने की मांग की है।

एनडीए में शामिल राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के राष्ट्रीय संयोजक और सांसद हनुमान बैनीवाल ने कहा कि किसान आंदोलन की भावना को देखते हुए हाल ही में लाये गए कृषि संबंधी तीनो विधेयक को वापस लिया जाए।

बैनीवाल ने गृह मंत्री अमित शाह को किये गए एक ट्वीट में कहा कि ‘अमित शाह जी, देश में चल रहे किसान आंदोलन की भावना को देखते हुए हाल ही में कृषि से संबंधित लाए गए तीन विधेयकों को तत्काल वापिस लिया जाए व स्वामीनाथन आयोग की संपूर्ण सिफारिशों को लागू करें व किसानों को दिल्ली में त्वरित वार्ता के लिए उनकी मंशा के अनुरूप उचित स्थान दिया जाए!’

इतना ही नहीं नागौर से सांसद हनुमान बैनीवाल ने कहा कि ‘चूंकि आएलपी, एनडीए का घटक दल है परन्तु आरएलपी की ताकत किसान व जवान है, इसलिए अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं की गई तो मुझे किसान हित में राजग का सहयोगी दल बने रहने के विषय पर पुनर्विचार करना पड़ेगा।’

गौरतलब है कि राजस्थान में आरएलपी के तीन विधायक हैं और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक हनुमान बैनीवाल नागौर से सांसद हैं। 2019 के चुनाव में आरएलपी एनडीए गठबंधन में बीजेपी के साथ था।

वहीँ इससे पहले कृषि कानूनों पर विरोध जताते हुए बीजेपी के सबसे पुराने सहयोगी ने भी एनडीए छोड़ दिया था। कृषि कानूनों को वापस लेने के लिए सरकार पर लगातार दबाव बढ़ता जा रहा है। जहाँ एक तरफ प्रदर्शनकारी किसानो की तादाद बढ़ रही है वहीँ एनडीए के घटक दल भी अब सरकार पर दबाव बना रहे हैं।

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TeamDigital