बिहार में उठापटक की संभावनाओं के बीच तेज प्रताप और मांझी की गुपचुप बैठक
पटना ब्यूरो। क्या बिहार एनडीए में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा? यह सवाल इसलिए भी उठ रहा है कि क्यों कि बिहार एनडीए में सहयोगी हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी और राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेज प्रताप के बीच हुई गुपचुप बैठक का मामला अब जोर पकड़ रहा है।
मामला बढ़ते देख बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और राज्य सभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने पूरे प्रकरण पर सफाई दी है। सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बिहार में एनडीए एकजुट है।
सुशील कुमार मोदी ने ट्वीट कर कहा मांझी दलितों के सर्वमान्य नेता हैं। उन पर डोरे डालने वाले सफल नहीं हो पाएंगे। एनडीए एकजुट है। नीतीश सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी। उन्होंने आगे कहा कि जीतन राम मांझी एनडीए के वरिष्ठ नेता हैं। किसी जनप्रतिनिधि की उनसे शिष्टाचार भेंट के राजनीतिक मायने नहीं निकालने चाहिए।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मांझी बिहार में दलितों के सर्वमान्य नेता है। उन्होंने राजद का कुशासन भी देखा है। उनसे किसी को जबरदस्ती मिलवा देने से कोई फर्क नहीं पड़ता। एनडीए अटूट है और इसकी सरकार अपना कार्यकाल पूरा करेगी।
उन्होंने कहा कि किसी को मुगालते में नहीं रहना चाहिए। एनडीए एक लोकतांत्रिक गठबंधन है, इसलिए जनता से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर सभी घटक दलों की राय अलग-अलग हो सकती है। ऐसी परिस्थिति में घटक दल को एक दूसरे के विरुद्ध सार्वजनिक बयानबाजी करने के बजाय संगठन के आंतरिक मंच पर अपनी राय रखनी चाहिए।
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से हिंदुस्तान आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतनराम मांझी इशारो इशारो में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्र सरकार पर हमले बोल रहे हैं। इतना ही नहीं जीतनराम मांझी अलग अलग पार्टी के नेताओं से भी मुलाकात कर रहे हैं।
मांझी राजद नेता तेज प्रताप से मिलने से पहले वीआईपी पार्टी के नेता मुकेश सहनी से भी मिले थे। तेज प्रताप से मुलाकात को लेकर कहा जा रहा है कि तेज प्रताप राजद कार्यालय से सीधे जीतन राम मांझी के घर पर पहुंचे थे और दोनों के बीच बंद कमरे में मुलाकात हुई। इस मुलाकात के बाद तेजप्रताप यादव ने यह भी कहा कि बीजेपी के खिलाफ तैयार महागठबंधन में मांझी का स्वागत है।