चुनावी नतीजे पलटने के लिए ट्रंप ने चला आखिरी दांव
वाशिंगटन। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की अंतिम प्रक्रिया की तैयारियां चल रही हैं। राष्ट्रपति चुनाव में विजयी रहे जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद की सपथ दिलाये जाने से पहले पूरी की जाने वाली आखिरी प्रक्रिया में व्यवधान डालने के लिए ट्रंप समर्थक सीनेटरों ने नया दांव चला है।
जो बाइडेन को राष्ट्रपति पद की शपथ लेने से रोकने के लिए 11 रिपब्लिकन सेनेटरों ने कहा है कि वह चुनाव नतीजों की पुष्टि नहीं करेंगे। दूसरी तरफ फ़ेडरल अपील कोर्ट ने शनिवार को सांसद लुई गोमर्थ की ओर से दायर किया गया मुक़द्दमा ख़ारिज कर दिया जिसमें कहा गया था कि उप राष्ट्रपति पेन्स को बुधवार के दिन कांग्रेस की बैठक में जो बाइडन की चुनावी विजय को ख़ारिज कर देने का अधिकार है।
इससे पहले यह याचिका टेक्सास की फ़ेडरल अदालत भी ख़ारिज कर चुकी है जहां तीन जजों ने कहा कि मुक़द्दमा दायर करने वाले रिपब्लिकन नेताओं के पास यह मुक़द्दमा दायर करने का क़ानूनी अधिकार नहीं है।
इस बीच उप राष्ट्रपति पेन्स का बयान मीडिया में आया है कि चुनावों में भारी धांधली को लेकर राष्ट्रपति ट्रम्प को भी गहरी चिंता है जबकि करोड़ों अमरीकी मतदाता भी इस स्थिति से गहरी चिंता में हैं।
पेन्स का कहना था कि चुनाव नतीजों को रोकने के लिए कांग्रेस में जो कोशिशें हो रही हैं वह सराहनीय हैं और यह काम क़ानून की ओर से सांसदों को हासिल अधिकार के आधार पर किया जा रहा है।
रिपब्लिकन सीनेटरों का कहना है कि वे चुनाव नतीजों की पुष्टि के लिए आयोजित होने वाली कांग्रेस की बैठक में अपना विरोध दर्ज कराएँगे। 11 रिपब्लिकन सीनेटरों ने बयान जारी कर कहा कि जिस चुनाव में राष्ट्रपति ट्रंप की हार हुई है उसमें बहुत बड़े पैमाने पर धांधली हुई है और ग़ैर क़ानूनी रवैया अपनाया गया है।
रिपब्लिकन सीनेटर मार्शा ब्लैकबर्न ने फ़ाक्स न्यूज़ से बातचीत में कहा कि करोड़ों अमरीकी महसूस करते हैं कि चुनाव न्यायसंगत नहीं थे। रिपब्लिकन सीनेटरों के बयान पर प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेट सांसद टिम रियान ने कहा कि जो रिपब्लिकन नेता चुनाव नतीजों की पुष्टि करने से इंकार कर रहे हैं वह दरअस्ल राष्ट्रपति ट्रम्प के समर्थकों को अपने राजनैतिक स्वार्थों के लिए इस्तेमाल करना चाहते हैं।