कृषि कानून और किसान आंदोलन को लेकर राज्य सभा में हंगामा, कल तक के लिए स्थगित
नई दिल्ली। किसानो के मुद्दे को लेकर आज राज्य सभा में जमकर हंगामा हुआ। विपक्षी दलों के सदस्यों के हंगामे और नारेबाजी के बाद राज्य सभा की कार्यवाही को कल सुबह 9 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है।
किसान आंदोलन और किसानो की मांगो को लेकर कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने राज्यसभा में चर्चा का नोटिस दिया था। सभापति एम वेंकैया नायडू ने उनकी इस मांग को खारिज कर दिया। इसके बाद विपक्षी दलों के सदस्यों ने किसानो से जुड़े मुद्दों पर तुरंत चर्चा की मांग को लेकर राज्य सभा में हंगामा और नारेबाजी की।
विपक्ष के हंगामे के बीच राज्य सभा की कार्यवाही तीन बार स्थगित की गई लेकिन इसके बावजूद विपक्षी सदस्य किसानो के मुद्दों पर तुरंत चर्चा की मांग को लेकर हंगामा करते रहे। अंततः सभापति एम् वेंकैया नायडू ने राज्य सभा की कार्यवाही कल सुबह 9 बजे तक स्थगित करने का एलान किया।
इससे पहले आज सुबह राज्य सभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी दल के सदस्यों ने किसानो के मुद्दे पर तुरंत चर्चा कराये जाने की मांग की। इस पर सभापति एम वेंकैया नायडू ने चर्चा के लिए कल समय दिए जाने की बात कही।
इस पर विपक्षी दलों के सदस्यों ने राज्य सभा में नारेबाजी की और तुरंत चर्चा कराये जाने की मांग की। विपक्ष के हंगामे के बाद एक बार फिर सदन की कार्यवाही को सुबह 10.30 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
10.30 बजे भी राज्य सभा की कार्यवाही शुरू हुई तो विपक्षी दलों ने किसानो के मुद्दे पर तुरंत बातचीत कराये जाने की मांग को लेकर हंगामा किया। इसके बाद राज्य सभा की कार्यवाही को 11.30 बजे तक के लिए स्थगित किया।
11.30 बजे भी राज्य सभा की कार्यवाही में व्यवधान जारी रहा। इसे देखते हुए राज्य सभा की कार्यवाही को एक बार फिर 12.30 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा और बाद में राज्य सभा की कार्यवाही को कल सुबह 09:00 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित होने पर आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने बताया कि सदन में सबसे पहले तीनों काले कानून वापस लेने पर चर्चा होनी चाहिए। यहां अगर हम किसान के मुद्दे नहीं उठा सकते तो सदन चलाने का मतलब क्या है।