रेलवे ने चीनी कंपनी का कांट्रेक्ट किया रद्द
नई दिल्ली। लद्दाख की गलवान घाटी में चीनी सैंनिको के साथ हिंसक झड़पों में 20 भारतीय सैनिको की शहादत के बाद रेलवे ने चीन की एक कंपनी के साथ किये गए एक करार को रद्द कर दिया है। इस कांट्रेक्ट की लागत 471 करोड़ रुपये बताई जा रही है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार भारतीय रेलवे के डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया ने बीजिंग नेशनल रेलवे रसिर्च एंड डिजाइन इंस्टीट्यूट ऑफ सिग्नल एंड कम्युनिकेशंस ग्रुप कॉ. लि. से करार खत्म कर दिया है।
इस प्रोजेक्ट के तहत कानपुर और इहन दयाल उपाध्याय रेलवे स्टेशन के सेक्शन के बीच 417 किमी में सिग्नलिंग व टेलीकम्युनिकेशंस का काम होना था। इसकी लागत 471 करोड़ रुपये है।
यह कांट्रेक्ट जून 2016 में भारतीय रेलवे के साथ हुआ था। माना जा रहा है कि भारत ने चीन पर कूटनीतिक दबाव बढ़ाने के लिए यह करार रद्द किया है। हालांकि आधिकारिक तौर रेलवे की तरफ से कोई ऐसा आधिकारिक बयान नहीं आया है कि यह करार चीनी सैनिको के साथ झड़प में भारतीय सैनिको की शहादत के कारण रद्द किया गया है।
गौरतलब है कि चीन के साथ बढ़ते तनाव के बीच गुरुवार को भारत और चीन की सेनाओं के बीच मेजर जनरल स्तर की बातचीत हुई। हालांकि इस बातचीत के बाद अभी तक चीन की तरफ से कोई सकारत्मक पहल नहीं दिखाई गई, जिससे लगे कि चीन भारत के प्रति लचीला रुख दिखा रहा है।
इससे पहले भी मेजर जनरल स्तरीय बातचीत में गलवान घाटी से सैनिकों के पीछे हटने की प्रक्रिया को लागू करने पर चर्चा हुई थी। 6 जून को दोनों पक्षों के बीच उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता में इसी पर सहमति बनी थी।