संसद में राहुल का सरकार पर वार: इस देश में दो हिंदुस्तान बन रहे हैं, एक गरीबो का, दूसरा अमीरों का
नई दिल्ली। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर बहस की शुरुआत करते हुए पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने मोदी सरकार पर तीखे हमले किये।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि इस देश में दो तरह के हिन्दुस्तान बन रहे हैं, एक अमीरों का हिन्दुस्तान और दूसरा गरीबों का हिन्दुस्तान, इन दो हिन्दुस्तानों के बीच में खाई बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि गरीब हिन्दुस्तान के पास आज रोजगार नहीं है। राष्ट्रपति के अभिभाषण में बेरोजगारी के बारे में एक शब्द नहीं था।
राहुल गांधी ने पेगासस मुद्दे पर सरकार को घेरते हुए कहा, “न्यायपालिका, चुनाव आयोग और पेगासस लोगों की आवाज को नष्ट करने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले उपकरण हैं।”
वहीँ देश में बढ़ती गरीबी को लेकर राहुल गांधी ने सरकार के खिलाफ हमला बोलते हुए कहा कि हिन्दुस्तान के 84% लोगों की आमदनी घटी है और वो तेजी से गरीबी की ओर बढ़ रहे हैं। 27 करोड़ लोगों को हमने गरीबी से निकाला था और 23 करोड़ लोगों को आपने गरीबी में वापस डाल दिया।
राहुल गांधी ने सरकार पर अपना हमला जारी रखते हुए कहा कि आप ये मत सोचो कि जिस गरीब हिन्दुस्तान को आप बना रहे हो ये चुप बैठा रहेगा, ये चुप नहीं बैठा रहेगा। इस हिन्दुस्तान को दिख रहा है कि आज हिन्दुस्तान के 100 सबसे अमीर लोगों के पास हिन्दुस्तान के 55 करोड़ लोगों से ज़्यादा जायदाद है, ये नरेंद्र मोदी जी ने किया है।
बढ़ती बेरोज़गारी पर सरकार को घेरते हुए राहुल गांधी ने कहा कि श का युवा रोजगार मांग रहा है। आपकी सरकार रोजगार देने में असमर्थ है। पिछले साल 3 करोड़ युवाओं ने रोजगार खो दिए। 50 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी आज है।
उन्होंने केंद्र सरकार पर रोज़गार नष्ट करने का आरोप लगाते हुए कहा कि आज आप मेड इन इंडिया की बात करते रहते हो, मेड इन इंडिया हो ही नहीं सकता। मेड इन इंडिया वाले छोटे और मध्यम उद्योग हैं उनको आपने खत्म कर दिया है। उन्होंने कहा कि आपने असंगठित सेक्टर को खत्म कर दिया, अगर आप उनकी मदद करते तो मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर तैयार हो सकता था। जो लोग आपका मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर बना सकते थे उनको आपने खत्म कर दिया।
गौरतलब है कि संसद का बजट सत्र दो चरणों में संपन्न होना है। बजट सत्र का पहला चरण 31 जनवरी से शुरू हुआ है और यह 11 फरवरी तक चलेगा। इसके बाद सत्र के दूसरे भाग के शुरू होने तक लगभग एक महीने का अवकाश होगा। बजट सत्र का दूसरा भाग 14 मार्च को शुरू होगा, जोकि 8 अप्रैल तक चलेगा।